मॉस्को: यूक्रेन के खिलाफ बीते 10 महीने से सैन्य कार्रवाई रूस ने अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन के शांति प्रस्ताव को ठुकरा दिया है। रूस ने कहा है कि यूक्रेन के खिलाफ जारी जंग नहीं रोकी जाएगी। क्रेमलिन के इस बयान के बाद यूक्रेन और बैरेंट्स सागर में एक ऐसी हलचल देखी गई, जिससे परमाणु हमले का खतरा बढ़ गया है। यूक्रेन आर्म्ड फोर्सेज (Ukraine Armed Forces) ने कहा है कि इंटेलिजेंस इनपुट के अनुसार, रूस कभी भी ऐसा हमला कर सकता है, जो अभी तक कभी नहीं हुआ हो। रूस के TU 95 बॉम्बर यूक्रेन में तीन जगह नज़र आए हैं। यूक्रेन में जारी संग्राम में शांति की कोशिशें अब नाकाम होते दिख रहे हैं, क्योंकि अब राष्ट्रपति पुतिन अमेरिका को नकारने के मूड में दिख रहे हैं। यूक्रेन के खिलाफ जंग जीतना, पुतिन के लिए कोई बड़ी चीज ना थी, मगर इसको अमेरिका ने मुश्किल बना दिया। वाइट हाउस में बैठे बाइडेन गेम ऑफ थ्री गवर्नमेंट खेल रहे हैं। एक ओर बाइडेन की अपनी सरकार, दूसरी ओर पुतिन और बीच में जेलेंस्की। दरअसल बाइडेन ने कल शुक्रवार (2 दिसंबर) को फ्रांस के राष्ट्रपति इमैन्यूएल मैक्रो से मुलाकात के दौरान कहा कि वह पुतिन के साथ चर्चा करने के लिए तैयार हैं, बशर्ते युद्ध रोकने पर बात हो। बाइडेन प्रशासन ने यूक्रेन युद्ध में शांति समझौते को लेकर कुछ और भी शर्ते रखीं थी, जिसे रूस ने ठुकरा दिया। बाइडेन जानते हैं कि अमेरिका ने शांति समझौते के लिए जो शर्त रखी थी, वो भी पुतिन को कभी स्वीकार नहीं होगी। अमेरिका ने प्रस्ताव रखा कि रूस के साथ शांति वार्ता हो सकती है, मगर इसके साथ शर्त ये थी कि रूसी सेना को यूक्रेन से वापस जाना होगा, जिसको पुतिन ने ठुकरा दिया। मतलब स्पष्ट है कि यूक्रेन में जो हो रहा है वो जारी रहेगा, किन्तु पुतिन अब इस वॉर को फुल एंड फाइनल करने के मूड में हैं। जिसकी झलक रूस के इस विनाशक बॉम्बर से मिली है। रूस के Tu-95 बॉम्बर यूक्रेन के आसमान पर मंडराने लगे हैं। Twitter ने क्यों छिपाई थी 'जो बाइडेन' के बेटे की करतूतें ? अब मस्क ने खोली 'ट्विटर फाइल्स' PAK-चीन और रूस में लोगों को धार्मिक आज़ादी नहीं, अमेरिका ने जारी की 12 देशों की सूची गैर-मुस्लिमों को इस्लाम में बुलाओ, न माने तो बिना दया के मार डालो- क़तर यूनिवर्सिटी के 'प्रोफेसर'