मॉस्को: कुछ समय पहले ही रूस के विपक्षी नेता अलेक्सेई नवेलनी ने आरोप लगाया है कि उनके सहयोगी रस्लान शवेदिनोव को सैन्य प्रशिक्षण के लिए जबरन आर्कटिक भेज दिया गया है. जंहा दूसरी तरफ सरकार का कहना है कि रस्लान को देश में लागू 18 से 27 साल के युवकों को साल भर के जरूरी सैन्य प्रशिक्षण के तहत आर्कटिक भेजा गया है और यह किसी प्रकार से गैरकानूनी नहीं है. सूत्रों स एमिली जानकारी के अनुसार रस्लान को रूस के सुदूर बर्फीले इलाके नोवाया जेमल्या स्थित सैन्य ठिकाने पर भेजे जाने को नवेलनी ने इसे पुतिन सरकार के इशारे पर सेना द्वारा किया गया अपहरण करार दिया है. वहीं उन्‍होंने कहा कि वह इसके खिलाफ कोर्ट भी जाएंगे. वहीं जब उनसे इस बारें में पुछा गया तो नवेलनी ने कहा है कि बीते सोमवार यानी 23 दिसंबर 2019 को सेना रस्लान के घर का दरवाजा तोड़कर उनको जबर्दस्ती उठा ले गई. सैन्य केंद्र में उसे मोबाइल तक इस्तेमाल करने की इजाजत नहीं दी गई है. रूस में भ्रष्टाचार के खिलाफ अभियान चलाने से चर्चित नवेलनी को सहयोगी रस्लान से काफी सहयोग मिलता रहा है. उन्होंने पिछले वर्ष हुए राष्ट्रपति चुनाव में पुतिन के विरुद्ध लड़ने का असफल प्रयास किया था. आलोचनाओं के चलते आज पाकिस्तान जा सकते है विदेशी मंत्री, करेंगे इमरान खान से मुलाकात उत्तरी कोरिया 'क्रिसमस गिफ्ट' की धमकी के जवाब में अमेरिका ने भेजे 4 विमान मानव के पूर्वज आखिरी बार इस जगह पर निवास करते थे, शोध में महत्वपूर्ण जानकारी आई सामने