मास्को: क्रेमलिन ने विपक्षी नेता और राष्ट्रपति व्लादीमिर पुतिन के धुर आलोचक एलेक्सी नवलनी के बहुत बीमार होने की परिस्थितियों की कार्रवाई कराने से माना कर रहे है. जंहा इस बारें में उन्होंने कहा है कि जर्मन क्लीनिक ने भी अंतिम रूप से जहर की बात मंजूर नहीं की जाने वाली है. यूरोपीय संघ के राजनयिक जोसफ बोरेल ने सोमवार को रूस से जांच कराने का अनुरोध किया था. उधर अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोंपियो ने मंगलवार को बताया कि रिपोर्ट सही साबित हुई तो उनका देश यूरोपीय संघ के नेतृत्व में जांच के समर्थन में खड़ा होगा. जर्मन डॉक्टरों द्वारा नवलनी के पेट में जहरीले पदार्थ के संकेत पाए जाने के उपरांत जर्मनी की चांसलर एंजेला मर्केल सोमवार को ही इस केस की जांच कराने का अनुरोध कर चुकी है. शनिवार को साइबेरिया से मास्को लौटते वक़्त विमान में अचेत हो जाने के उपरांत नवलनी को कड़े संघर्ष के उपरांत उपचार के लिए जर्मनी लाया जाने वाला है. रूस के सत्ता प्रतिष्ठान क्रेमलिन के प्रवक्ता दमित्री पेस्कोव ने बताया कि जर्मन क्लीनिक ने अंतिम रूप से नवलनी की बीमारी की वजह से बने पदार्थ की पहचान नहीं की है. यह अभी तक साफ नहीं हो पाया है कि आखिर जर्मन डॉक्टर जहरखुरानी जैसे शब्द का प्रयोग किस लिए कर रहे हैं. इस बात में कोई शक नहीं है कि नवेलनी ने रूस में आधिकारिक भ्रष्टाचार को उजागर करके खुद के लिए एक नाम बनाया है. उन्‍होंने पुतिन की युनाइटेड रशिया पार्टी को बदमाशों और चोरों की पार्टी के नाम से पुकारा. उन्हें कई बार जेल भी भेज दिया गया. अन्य विपक्षी हस्तियों ने भी इस मामले में क्रेमलिन (रूसी राष्ट्रपति का कार्यालय) का हाथ होने की आशंका जाता रहे है. कीरा यारम्यश ने कहा कि उनके नेता ने विमान में सवार होने से पहले हवाई अड्डे पर स्थित कैफे से चाय पी रहे थे. चीन और पाक एक साथ कर रहे खतरनाक साजिश को अंजाम देने का प्रयास शीत युद्ध की बातें कर US को डरा रहा है चीन हांग कांग में कोरोना को लेकर चौकाने वाला तथ्य आया सामने