माॅस्को : भारत के साथ महत्वपूर्ण सेन्य साजो सामान की बिक्री और अन्य मसलों की डील करने वाले रूस ने लगता है अपना रूख पाकिस्तान को लेकर दोस्ताना कर लिया है। अब रूस पाकिस्तान से संबंध बनाने में लगा है। दरअसल रूस ने चीन पाकिस्तान आर्थिक काॅरिडोर का समर्थन किया है। रूस ने इस मामले में कहा है कि इस प्रोजेक्ट से यूरेशियन आर्थिक संगठन को लाभ होगा। मिली जानकारी के अनुसार पाकिस्तान में रूस के राजदूत एलेक्सी डी डेडोव द्वारा कहा गया कि इस तरह के प्रोजेक्ट से पाकिस्तान को आर्थिक लाभ मिलेगा लेकिन इससे आपसी संपर्क बढ़ेगा। गौरतलब है कि सीपीईसी को लेकर चीन भी अपनी दिलचस्पी दिखाता रहा है। दरअसल यह चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग के सिल्क रोड इकोनाॅमिक बेल्ट व 21 वें मेरीटाईम सिल्क रोड़ प्रोजेक्ट का भाग रहा है। इतना ही नहीं चीन की योजना दोनों ही विकासीय योजनाओं को एशिया व योरप के देशों के साथ कदम मिलाकर चलने का प्रयास के तौर पर देखी जा सकती है। हालांकि रूस ने पहले इस आर्थिक काॅरिडोर में दिलचस्पी नहीं ली थी और उसने इस मामले में इंट्रेस्ट न रखने की बात भी कही थी लेकिन अब वह इसकी सराहना कर रहा है। गौरतलब है कि चीन द्वारा तैयार किया जाने वाला यह काॅरिडोर सामरिक तौर पर भी अहम हो सकता है। दरअसल इस काॅरिडोर का सबसे अधिक असर भारतीय सीमा के पास होगा। काॅरिडोर बलूचिस्तान से होकर जाएगा। ऐसे में यहां होने वाले अलगाववादी आंदोलन को दबाने के प्रयास किए जाने की संभावनाओं से इन्कार नहीं किया जा सकता। इसी काॅरिडोर में गिलगिट बाल्टिस्तान व पीओके के भाग भी लिए गए हैं। रूस को रास आ रही पाकिस्तान विवादित सी चाइना इलाके में चीन ने की