'पापा चिंता मत कीजिए, मैं ठीक हूं...' बस इतना कहने के बाद कट गया अक्षत का फोन, और फिर...

देहरादून: यूक्रेन एवं रूस के बीच छिड़ी जंग को लेकर वहां पर रह रहे देहरादून के विद्यार्थियों के परिवार वाले भी परेशान हैं। कुछ विद्यार्थियों की अपने परिवार वालों से मोबाइल पर बात भी हुई है। जिन्होंने वहां फिलहाल ठीक होने की बात कही है, मगर आज प्रातः जो तस्वीरें सामने आई उसने परिवार वालों को डरा दिया है। राजकीय जिला कोरोनेशन हॉस्पिटल में विशेषज्ञ बाल रोग विशेषज्ञ एवं प्रांतीय चिकित्सा स्वास्थ्य सेवा संघ के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डॉ डीपी जोशी ने कहा कि यूक्रेन में बिगड़ती स्थिति के चलते उनका परिवार परेशान है। आज गुरुवार प्रातः उनकी अपने बेटे अक्षत जोशी से फ़ोन पर बात हुई थी। अक्षत ने कहा कि आपतकालीन लगने के कारण मॉल आदि में भीड़ है। लोग सामान जोड़ रहे हैं। 

साथ ही अक्षत ने बताया कि वहां पर पीने के पानी की अत्यधिक दिक्कत है। इसलिए पीने का पानी भी मॉल से बोतल खरीद कर लाना पड़ता है। जिससे यह दिक्कत बनी हुई है। अक्षत जोशी यूक्रेन के खारकिव शहर से MBBS कर रहे हैं। उनका MBBS का तीसरा वर्ष है।यूक्रेन में बढ़ती चिंताजनक स्थिति के मद्देनजर परिवार के बोलने पर अक्षत जोशी ने 27 फरवरी की फ्लाइट बुक कराई थी। वही अक्षत ने कहा- 'पापा चिंता मत कीजिए, मैं ठीक हूं पर यहां ... इतने में अक्षत का फ़ोन कट गया। तथा फोन नहीं लगने से माता-पिता चिंतित हैं। 28 फरवरी को उसे भारत पहुंचना था। कीव में रूसी सेना के घुसने के कारण फ्लाइट पर भी खतरा खड़ा हो गया है।

वही खारकीव से 9-10 घंटे की दूरी तय कर फ्लाइट से कीव आना था। तत्पश्चात, कीव से उसे भारत के लिए फ्लाइट पकड़नी थी। फिलहाल उनके सहित कई विद्यार्थियों तथा अन्य व्यक्तियों के भारत आने पर संकट बना हुआ है। तथा यहां देहरादून में उनका परिवार परेशानी में है। यूक्रेन की राजधानी कीव सहित लिवीव, खारकीव जैसे शहरों में मेडिकल की पढ़ाई के लिए देहरादून से गए विद्यार्थियों के घरवाले उनकी सुरक्षा को लेकर परेशान हैं।

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