मास्को। सीरिया पर हमला करना अमेरिका को भारी पड़ सकता है। जी हां 4 अप्रैल को सीरिया में हुए रासायनिक हमले के बाद अब रूस, सीरिया और ईरान ने अमेरिका की निंदा की है। इन देशों ने अमेरिका को चेताया है और कहा है कि यदि सीरिया पर इस तरह का हमला हुआ तो फिर अमेरिका को इसके परिणाम भुगतने होंगे। दरअसल मास्को में रूस के विदेश मंत्री सरजी लेवराॅव द्वारा ईरान और सीरिया के विदेश मंत्रियों के साथ बैठक की गई। इस बैठक में सीरिया में हुए कैमिकल अटैक पर चर्चा हुई और वैश्विक सुरक्षा की बात कही गई। इस दौरान लेसनाॅव का कहना था कि वे मिसाईल हमले की जांच से डर नहीं रहे हैं। उन्होंने कहा कि सीरिया में अमेरिका ने जो मिसाईल हमला किया वह ठीक नहीं था। यदि ऐसा फिर होता है तो अमेरिका को कड़े परिणाम का सामना करना होगा। बैठक में मौजूद अन्य देशों के प्रतिनिधि भी उनसे सहमत नज़र आऐ। ईरान के विदेश मंत्री जावद जरीफ और सीरिया के विदेश मंत्री वालिद मोअल्लम ने निंदा करते हुए कहा कि अमेरिका के हमलों को एक्सेप्ट नहीं किया जा सकता है जो हो रहा है वह चलने नहीं दिया जा सकता है। सीरिया ने कहा कि रासायनिक हमले में उसका कोई योगदान नहीं था। ऐसे में उसने अपना हाथ इन हमलों में होने के आरोपों को नकार दिया। रूस ने कहा कि वह अमेरिका के विरूद्ध प्रस्ताव को संयुक्त राष्ट्र में रखेगा। उसका कहना था कि अधिकांश लोग टाॅक्सिक एजेंट के कारण मौत के शिकार हुए। रूस ने कहा कि अमेरिका वैश्विक कानून का उल्लंघन करता है तो उसे परिणामों का सामना करना होगा। मोसुल के पास इराक ने किए हवाई हमले, 100 से अधिक आतंकी ढेर सेल्फी के फेर में भारत में गई सबसे अधिक जान अमेरिका का जंगी जहाज दिखने पर कोरिया ने चेताया जंग के लिए रहें तैयार