नई दिल्ली: देश में कोरोना वायरस की दूसरी लहर से कई प्रकार की चुनौती सामने आ रहीं हैं। वहीं केंद्र सरकार ने पहले ही घोषणा कर दी है कि 1 मई से 18 साल से उम्र के लोगों को भी वैक्सीन की सुविधा दी जाएगी। इसी क्रम में 1 मई से स्पूतनिक-वी वैक्सीन की पहली खेप भारत पहुंचेगी। बता दें कि इससे पहले देश में दो वैक्सीन कोविशील्ड और कोवैक्सिन का इस्तेमाल टीकाकरण के लिये किया जा रहा है। तीसरे वैक्सीन के आने से इसमें तेजी आएगी। बता दें कि यह स्पूतनिक-वी वैक्सीन भारत में ऐसे समय में आ रही है, जब कई राज्यों में वैक्सीन की किल्लत की ख़बरें सामने आ रही हैं। लेकिन अब यह दिक्कत दूर हो पाएगी। स्पूतनिक-वी वैक्सीन को गमालया नेशनल रिसर्च इंस्टीट्यूट ऑफ एपिडेमियोलॉजी एंड माइक्रोबायोलॉजी ने विकसित किया है। बता दें कि रूसी प्रत्यक्ष निवेश कोष (RDIF) के प्रमुख किरिल दिमित्रिक ने संकेत दिया है कि 1 मई को इस वैक्सीन की खेप भारत भेजी जाएगी। साथ ही उन्होंने भरोसा जताते हुए कहा कि कोरोना वायरस के खतरे को कम करने में भारत को सहायता मिलेगी। इससे पहले भारत ने अप्रैल में ही रुसी टीके को आपात उपयोग की मंजूरी दी थी। माना जा रहा है कि यह रुसी वैक्सीन कोरोना वायरस के असर को कम करने में असरदार सिद्ध हो सकता है। सरकार ने सामान्य पीएफ ब्याज दर में किया परिवर्तन सोने के भाव में फिर आई गिरावट, जानिए आज क्या हो गए दाम वित्त वर्ष 22 में भारत की जीडीपी 11 प्रतिशत बढ़ने की है उम्मीद: एशियन देव बैंक