मॉस्को: रूस और यूक्रेन के बीच जंग को 10 महीने हो चुके हैं, अभी तक रूस, यूक्रेन को घुटने पर लाने के लिए मजबूर नहीं कर सका है। इस बीच अब रूसी राष्ट्रपति व्वादिमीर पुतिन ने भी स्वीकार किया है कि उनकी सेना के लिए स्थितियां मुश्किल हो रही हैं। पुतिन ने मंगलवार (20 दिसंबर) को सैन्य अधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि युक्रेन के जिन 4 इलाकों में रूस की सेना ने कब्जा किया था, वहां अब रुकना कठिन हो रहा है। पुतिन ने यूक्रेन के 4 प्रांतों को रूस में शामिल करने के लिए जनमत संग्रह करवाया था और इसके बाद ऐलान भी कर दिया था। हालांकि, रूस के इस कदम के बाद पश्चिमी देश खुलकर कीव के समर्थन में आ गए। बता दें कि, रूस को जवाब देने के लिए पश्चिमी देशों ने यूक्रेन को सैन्य मदद प्रदान की। इसके बाद यूक्रेन ने जबरदस्त जवाबी हमला किया। रूस कई दफा दावा करता है कि यूक्रेनी मिसाइल और ड्रोन उसके भी इलाकों में हमला करते हैं। वहीं, यूक्रेन ने खेरसॉन से रूसी सेना को खदेड़कर बाहर कर दिया। रूस ने खेरसॉन और कीव पर पहले ही कब्जे का दावा किया था, मगर यूक्रेन के सामने वहां रूस के सैनिक अधिक समय तक नहीं टिक सके। व्लादिमीर पुतिन ने आगे कहा कि, जो लोग उन क्षेत्रों में रहते हैं उन्हें हमारी सुरक्षा पर विश्वास है। हमारा कर्तव्य है कि हम उनकी सुरक्षा, अधिकार और स्वतंत्रता सुनिश्चित करें। पुतिन ने एक माह के भीतर दूसरी बार ऐसा बयान दिया है। उन्होंने कहा था कि, लगता था कि एक हफ्ते में ही युद्ध खत्म हो जाएगा, मगर यह बहुत लंबा खिंच रहा है। उन्होंने कहा था कि यह जंग जल्द खत्म होने वाली नहीं है। इसके अलावा 4 प्रांतों में कब्जे को लेकर रूस में जश्न भी मनाया गया था। 'मिलने आ जाओ..', महिला से गंदी बात करते इमरान खान का ऑडियो वायरल ! 36 लाख नए केस, 10 हज़ार मौतें.., दुनियाभर में फिर कहर बरपाने लगा कोरोना अब यूनिवर्सिटी में नहीं पढ़ पाएंगी लड़कियां., इस्लामी कानून के मुताबिक तालिबान का एक और फरमान