विदेश मंत्री एस जयशंकर और अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने सोमवार को अपनी पहली व्यक्तिगत बैठक की। बैठक को इंडो-पैसिफिक में कोरोनावायरस महामारी की स्थिति और जलवायु परिवर्तन से संबंधित मुद्दों से निपटने के तरीकों पर विचार-विमर्श किया गया था। लंदन में एस जयशंकर और सचिव ब्लिंकेन के बीच जी 7 के विदेश मंत्रियों की बैठक में बातचीत हुई। एस जयशंकर ने एक श्रृंखला ट्वीट की जिसमें उन्होंने बैठक की सराहना की। उन्होंने लिखा, "मेरे पुराने दोस्त @SecBlinken में मिलने के लिए अच्छा है। वैश्विक कोरोना चुनौती पर विस्तृत चर्चा, विस्तारित वैक्सीन उत्पादन क्षमता और विश्वसनीय आपूर्ति श्रृंखलाओं पर ध्यान केंद्रित करना। सूत्रों ने कहा कि एस जयशंकर और ब्लिंकन ने कोरोना चुनौती और भारत की तात्कालिक आवश्यकताओं पर गहन चर्चा की। ब्लिंकेन ने श्री जयशंकर को आश्वासन दिया कि अमेरिका घटनाक्रमों की बारीकी से निगरानी कर रहा है। अमेरिका से चिकित्सा आपूर्ति की अगली खेप जल्द ही भारत में उतर रही है। अमेरिका ने और अधिक रेमेडिसविर दवा की आपूर्ति के लिए भारत के अनुरोध पर भी काम किया है। कोरोना संक्रमण को रोकने का अब एकमात्र तरीका है सम्पूर्ण लॉकडाउन: राहुल गांधी हत्या, आगज़नी, सामूहिक बलात्कार, मूर्तियों को पैरों तले रौंदा ... बंगाल में 'खुनी खेला' शुरू सेना ने 8 और प्रदर्शनकारियों को उतारा मौत के घाट