नई दिल्ली: यूक्रेन में रूसी आक्रमण की शुरुआत होने पर हजारों की तादाद में भारतीय छात्र वहां फंस गए थे. इनको निकालने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रूसी राष्ट्रपति पुतिन से क्या बात की थी. इसकी जानकारी विदेश मंत्री जयशंकर ने आज बुधवार को लोकसभा में दी है. विदेश मंत्री ने बताया है कि पुतिन ने मोदी से कहा था कि जहां भारतीय छात्र मौजूद होंगे, वहां गोलीबारी नहीं की जाएगी. लोकसभा में विदेश मंत्री ने कहा कि यूक्रेन के खारकीव और सुमी में हालात बेहद खराब थे. जब पुतिन से पीएम मोदी ने बात की तो मैं उसी कमरे में था. हमें पुतिन की ओर से बताया गया था कि जिस स्थान पर भारतीय छात्र इकट्ठा होंगे (निकाले जाने के लिए), वहां रूस गोलीबारी नहीं करेगा. जयशंकर ने आगे कहा कि पीएम मोदी ने दोनों देशों के राष्ट्रपतियों से बात की थी क्योंकि दोनों ही एक दूसरे पर गोलीबारी के इल्जाम लगा रहे थे. विदेश मंत्री ने बताया कि पीएम मोदी ने दोनों से बात करके संघर्षविराम की बात कही थी. फिर भारत की टीम रेड क्रॉस की टीम को अपने साथ लेकर गई. इस प्रकार सुमी से भारतीय लोगों को निकाला जा सका. लोकसभा में जयशंकर ने यह भी कहा कि यहां कुछ लोग चुनाव की बात कर रहे हैं. उन लोगों को पता होना चाहिए कि चुनावी अभियान के बीच पीएम मोदी दिल्ली वापस आए थे और उन्होंने यूक्रेन से भारतीयों को निकालने के लिए वैश्विक नेताओं से बात की थी. भाजपा के 42वें स्थापना दिवस पर शशि थरूर ने दी बधाई, साथ ही तंज भी कस दिया पंजाब और हरयाणा में तकरार बढ़ी, सीएम खट्टर बोले- अलग हाई कोर्ट और चंडीगढ़ हमारा अधिकार 'चंडीगढ़ के दो टुकड़े करो और 20 हज़ार करोड़ दो..', पंजाब में सरकार बनते ही केंद्र से AAP की मांग