नई दिल्ली: पड़ोसी मुल्क श्रीलंका इन दिनों भीषण आर्थिक संकट का सामना कर रहा है और दिवालिया होने का खतरा सिर पर मंडरा रहा है. करेंसी की वैल्यू बहुत गिर जाने के चलते कई आवश्यक चीजों के भाव आसमान छू रहे हैं. डीजल-पेट्रोल और गैस खरीदने के लिए लंबी लाइनें लग रही हैं. हालात इतने भयवाह हो चुके हैं कि सरकार को पेट्रोल पंपों पर सेना तैनात करनी पड़ रही है. ऐसी स्थिति में श्रीलंका की मदद करने के लिए भारत ने हाथ बढ़ाया है. भारत की मदद से श्रीलंका के लोगों को रोजमर्रा की दिक्कतों में सहायता भी मिल रही है. भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने एक ट्वीट करते हुए बताया है कि श्रीलंका को भारत ने जो 500 मिलियन डॉलर के लाइन ऑफ क्रेडिट (LoC) की सहायता दी है, उससे श्रीलंका के लोगों को रोजाना की आवश्यकताएं पूरी करने में सहायता मिल रही है. उन्होंने बताया कि वह कोलंबो के सेंट्रल इलाके में स्थित इंडियन ऑयल (IOC) के पेट्रोल पंप पर पहुंचे. MD मनोज गुप्ता ने ईंधन की सप्लाई की स्थिति के बारे में जानकारी दी है. जयशंकर मालदीव की यात्रा के बाद श्रीलंका पहुंचे हैं. इससे पहले पिछले हफ्ते खबरें आई थीं कि तेल खरीदने के लिए लाइन में लगने के चलते कुछ लोगों की मौत भी हुई है. डीजल-पेट्रोल के भाव बढ़ने के साथ ही इनकी किल्लत हो जाने से पेट्रोल पंपों पर लंबी-लंबी लाइनें देखने को मिल रही हैं. हजारों लोग घंटों तक कतार में खड़े होकर तेल खरीदने में लगे हुए हैं. श्रीलंकाई सेना के प्रवक्ता नीलांथा प्रेमारत्ने (Nilantha Premaratne) ने बताया था कि घंटों तक कतार में खड़े रहने के बाद तीन बुजुर्गों की मृत्यु हो जाने की घटना के बाद पेट्रोल पंपों पर सेना तैनात करने का फैसला किया गया है. इसके अलावा आपसी विवाद के कारण हिंसा की भी खबरें सामने आई थीं. महिलाओं के अकेले उड़ान भरने पर रोक, मर्द रिश्तेदारों के साथ पार्क में भी नहीं जा सकेंगी.. मिलेगी कठोर सजा नौकरी छोड़कर कराया लिंग परिवर्तन, 7 साल बाद दोबारा पंचायत सचिव बनीं संथानाराज हाई स्कूलों में लड़कियों को अनुमति देने पर संयुक्त राष्ट्र ने कहा शिक्षा के अधिकार का सम्मान करें