नई दिल्ली: आईपीएल स्पॉट फिक्सिंग केस में बैन झेल चुके इंडियन फ़ास्ट गेंदबाज एस. श्रीसंत ने अपने एक बयान से सनसनी फैला दी है. श्रीसंत वर्ष 2013 में आईपीएल स्पॉट फिक्सिंग केस में दोषी पाए गए थे. एस. श्रीसंत ने एक निजी वेब पोर्टल से बात करते हुए बोला कि 'एक ओवर में 14 से ज्यादा रन चाहिए थे. मैंने 4 गेंदों में केवल 5 रन जड़े थे. कोई नो बॉल नहीं, कोई वाइड गेंद नहीं और यहां तक की कोई धीमी गेंद भी नहीं. मेरे पैर पर 12 सर्जरी के उपरांत भी मैं 130 से भी अधिक की तेजी से गेंदबाजी कर रहा था. चोट के उपरांत मैं इंडियन टीम में वापसी के प्रयास में जुटा था. ऐसे में मैं भला ऐसा क्यों करूंगा.' श्रीसंत का सनसनीखेज बयान: श्रीसंत ने बोला है कि 'मैंने ईरानी ट्रॉफी में हिस्सा लिया था और मैं अफ्रीका के विरुद्ध सीरीज के लिए खुद को तैयार कर रहा था जो कि वर्ष 2013 में सितंबर में आयोजित होने वाला था. हम जल्दी जा रहे थे. मेरा लक्ष्य था कि मैं उस सीरीज का भाग बनूं. ऐसा इंसान, ऐसा कुछ नहीं करेगा और वो भी 10 लाख रुपये के लिए. मैं बड़ी-बड़ी बातें नहीं कर रहा हूं, लेकिन जब मैं पार्टी करता था तो मेरे उसके बिल तकरीवबन 2 लाख रूपये आते थे.' क्रिकेट जगत में हड़कंप मच गया: वर्ष 2013 में जब RR के कुछ खिलाड़ियों का नाम फिक्सिंग में आया था, तब क्रिकेट जगत में हड़कंप पैदा हो गया. इस बीच जिस खिलाड़ी का नाम सबसे अधिक उछला था वो कोई और नहीं बल्कि इंडिया के तेज गेंदबाज एस श्रीसंत का था. हालांकि श्रीसंत ने अपनी सजा पूरा कर लिया है और उन्होंने केरल की ओर से घरेलू क्रिकेट में भाग भी लिया है. श्रीसंत ने आगे बात करते हुए बोला है कि मैंने कई लोगों की सहायता की है और उनकी दुआओं के कारण से मैं वहां से बाहर निकल पाया. श्रीसंत ने बोला कि ऐसा कैसे हो सकता है. IPL 2021: आज DC से भिड़ेगी कोलकाता नाइट राइडर्स, अगर दिल्ली जीती तो प्लेऑफ में स्थान पक्का IPL 2021: हैदराबाद 7 विकेट से जीता, 10 मुकाबलों में SRH को मिली दूसरी जीत पाकिस्तान के पूर्व कप्तान इंजमाम उल हक़ को पड़ा दिल का दौरा