मुंबई: शिवसेना के मुखपत्र सामना के संपादकीय में आज यानी मंगलवार को एक बार फिर केंद्र सकरार को निशाने पर लिया गया है। सामना में लिखा गया है कि, ''पिछले 5-6 सालों से देश कुछ उन्मादियों के हाथ में आ गया है। चुनाव राज्य का हो या फिर देश का सिर्फ दंगे, उन्माद, धार्मिक मतभेद, धर्मद्वेष का इस्तेमाल कर जीत हासिल करने का मुख्य एजेंडा रहा है। पश्चिम बंगाल में भी बीजेपी ने हिंदुत्व के नाम पर हिंसा भड़कानी चाही लेकिन राज्य के हिंदुओं ने ही बीजेपी के इस एजेंडे को रिजेक्ट कर दिया।'' इसी के साथ सामना के संपादकीय में लिखा गया है, ''इस बात पर विचार किया जाना चाहिए कि सरसंघचालक मोहन भागवत को ये क्यों कहना पड़ रहा है कि सभी धर्मों के लोगों का DNA एक है और जो हिंदू ये कहता है कि भारत में मुस्लिम नहीं रह सकता वो हिंदू है ही नहीं। दरअसल चुनाव जीतने के लिए उपद्रव और सांप्रदायिकता का सहारा लिया जा रहा है लेकिन पश्चिम बंगाल में ये साफ़ हो गया है कि अब हिंदू भी ये सब पसंद नहीं कर रहे हैं। केरल में भी बीजेपी स्टाइल के हिंदुत्व को लोगों ने नकार दिया है। यूपी में भी माहौल तेजी से बदल रहा है और लोग दंगे, धर्मद्वेष की राजनीति से ऊबने लगे हैं।'' आगे सामना में लिखा है- ''सही मायने में हिंदू-मुस्लिम का एक साथ होना, यह संकल्पना ही गुमराह करने वाली है। क्योंकि हिंदू और मुसलमान एक ही हैं। भारत जैसे देशों में हिंदू या मुसलमान किसी का भी वर्चस्व नहीं हो सकता। मॉब लिंचिंग हिंदुत्व की संकल्पना के लिए ठीक नहीं है। उन्मादी तरीके से राज्य चलाने वालों पर ही मोहन भागवत ने निशाना साधा है और उन्हें नसीहत दी है। कोई व्यक्ति कौन-सी प्रार्थना करता है इस आधार पर उसे छोटा या अलग साबित नहीं किया जाना चाहिए।'' इसके अलावा सामना के संपादकीय में यह भी आरोप लगाया गया है कि, ''एक तरफ घर में ‘बीफ’ मिला ऐसे आरोप लगाकर लोगों की लिंचिंग हो रही है जबकि ऐसे कई राज्यों में गाय का मांस बेचा जाता है जहां खुद को हिंदुत्ववादी कहने वाली पार्टी की सरकार है। इसका सीधा सा मतलब ये है कि सरकार कमाई के जरिए को ख़त्म करना नहीं चाहती। यहां के मुसलमान ये बाबर के या चंगेज खान के वंशज नहीं हैं ऐसा बालासाहेब ठाकरे भी कहते थे। कुछ धर्मांध मुसलमानों के चलते सभी को निशाना बनाने की राजनीति करना सही नहीं है। देशप्रेम एवं राष्ट्रवाद को आदर्श मानकर पहले और अब भी अनगिनत मुसलमानों की ओर प्रेरणादायी के रूप में देखना ही होगा।'' पवन सिंह और चांदनी सिंह के गाने ने मचाई धूम, वीडियो देख झूमे फैंस ममता के लिए 'टेढ़ी खीर' होगा बंगाल में विधान परिषद का गठन करना, मोदी सरकार फंसाएंगी पेंच आकाश मालिक को डेट करने की खबरों पर मिनिषा लांबा ने तोड़ी चुप्पी