नई दिल्ली: 2019 लोकसभा चुनाव समीप हैं। कहते हैं दिल्ली की सत्ता का रास्ता यूपी से होकर गुजरता है। ऐसे में उत्तर प्रदेश की 80 लोकसभा सीटों पर सबकी नज़रें हैं। संभल उत्तर प्रदेश लोकसभा सीट का निर्वाचन क्षेत्रों में आठवां स्थान है। संभल समाजवादी पार्टी (सपा) का गढ़ माना जाता है। मुस्लिम बहुल क्षेत्र होने के बाद भी 2014 के चुनाव में इस सीट पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने जीत हासिल की थी, जिसे सपा के लिए एक तगड़ा झटका माना गया। वर्ष 2014 में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सत्यपाल सैनी चुनाव जीतकर सांसद निर्वाचित हुए थे। इस सीट से सपा के संस्थापक मुलायम सिंह यादव और दिग्गज नेता प्रोफेसर रामगोपाल यादव भी सांसद निर्वाचित हो चुके हैं। 2014 के आम चुनाव में यहां से भाजपा के सत्यपाल सिंह सैनी ने सपा उम्मीदवार डा शफीकुर्रहमान बर्क को शिकस्त दी थी। सत्यपाल सिंह और शफीकुर्रहमान बर्क के मध्य वोटों का अंतर केवल 5174 रहा था। 2014 के चुनाव में सपा दूसरे और बसपा तीसरे पायदान पर रही थी। संभल लोकसभा क्षेत्र मुरादाबाद जिले से अलग हुआ है। संभल लोकसभा में पहली बार 1977 में चुनाव हुए थे। संभल में पहली दफा 1977 में हुए लोकसभा चुनाव में भारतीय लोक दल की शांति देवी ने जीत दर्ज की थी। 1989 से लेकर 1996 तक जनता दल के श्रीपाल सिंह यादव यहां से लगातार 2 बार सांसद निर्वाचित हुए थे, 1996 में श्रीपाल सिंह यादव को बसपा के धर्मपाल यादव ने शिकस्त दी थी। सपा के मुलायम सिंह यादव 1998 में यहां से सांसद चुने गए। मुलायम सिंह यादव दो बार संभल से सांसद चुने जा चुके हैं। 2004 में सपा के राम गोपाल यादव यहां से सांसद बने थे। 2009 में यह सीट बसपा पार्टी के डॉ शफीकुर्रहमान बर्क के पास चले गई। खबरें और भी:- अपराधियों से भरा है ये गांव, रेप करने की मिलती है ऐसी सजा दुनियादारी से दूर इस ऊँचे पहाड़ पर रहता है ये शख्स अब इंसानों के यूरिन से बनेगी ईंट, ये है कारण