तिरुवनंतपुरम. देश में पिछले हफ़्तों से केरल का सबरीमाला मंदिर देशभर में चर्चा का विषय बना हुआ है. इस मंदिर में महिलाओं के प्रवेश को लेकर कुछ दिनों पहले काफी हंगामा और बहसबाजी हुई थी जब देश की सर्वोच अदालत ने इस आदेश दिया था कि इस मंदिर में किसी भी उम्र की कोई भी महिला प्रवेश कर सकती है. अब इस मामले में केरल के कुछ हिंदू संगठनों ने देश भर के मीडिया हॉउसों से अपील की है कि वे अपनी रिपोर्टिंग के लिए युवा महिला पत्रकारों को सबरीमला मंदिर परिसर या इसके आस-पास ना भेजें. सबरीमाला मंदिर: महिलाओं के प्रवेश पर हाईकोर्ट में सुनवाई आज केरल के सबरीमाला मंदिर ट्रस्ट से जुड़े यह सभी संगठन सुप्रीम कोर्ट द्वारा इस मंदिर में महिलाओं को प्रवेश दिए जाने के आदेश के बाद से ही कोर्ट के इस फैसले का विरोध कर रहे है. और अब इन संगठनों ने मीडिया की महिला पत्रकारों के भी मंदिर के आस-पास से रिपोर्टिंग किये जाने पर आपत्ति दर्ज कराइ गई है और साथ ही देश के कई मीडिया घरानों को खत लिख कर इस मंदिर परिसर में महिला रिपोर्टरों को न भेजने की अपील की है. मीटू मामले में फंसे सबरीमाला कार्यकर्ता राहुल ईश्वर, लगा यौन शोषण का आरोप इसके साथ ही इन संगठनों ने अपने पत्र में यह भी कहा है कि वे किसी भी महिला को मंदिर परिसर में प्रवेश नहीं करने देंगे. उल्लेखनीय है कि केरल के इस प्रसिद्ध सबरीमला मंदिर के द्वार कल दोबारा खोले जाने वाले है. ऐसे में इन संगठनों के इन खतों को एक तरह की चुनौती के रूप में भी देखा जा रहा है. ख़बरें और भी मीटू मामले में फंसे सबरीमाला कार्यकर्ता राहुल ईश्वर, लगा यौन शोषण का आरोप सबरीमाला मंदिर: महिलाओं के प्रवेश पर हाईकोर्ट में सुनवाई आज मीटू मामले में फंसे सबरीमाला कार्यकर्ता राहुल ईश्वर, लगा यौन शोषण का आरोप सबरीमाला विवाद : जल्द ही केरल में रथ यात्रा करेगी बीजेपी सबरीमाला विवाद : अमित शाह बोले- अदालत वही फैसले सुनाए जिनका पालन किया जा सके