कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने बीते शनिवार को किसान आंदोलन को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधा। जी दरअसल अपने बयान में सचिन पायलट ने कहा, “मुझे बड़ा दुख हुआ कि घमंड और अहंकार इतना है कि कोई किसानों की शहादत पर भी सहानुभूति देने को तैयार नहीं है। राहुल गांधी ने संदेश दिया है कि हम आने वाले समय में इस आंदोलन को और सक्रिय करेंगे। साथ ही गांधीवादी तरीके से केंद्र सरकार को कानून वापस लेने के लिए मजबूर करेंगे।” जी दरअसल कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने बीते शनिवार को अपनी यात्रा के दूसरे दिन, रूपनगढ़ में एक ट्रैक्टर रैली की। इस रैली के दौरान उन्होंने ट्रैक्टर चलाया। वहीं इस दौरान सैकड़ों किसान इस रैली में शामिल हुए थे। इस दौरान राहुल गांधी ने एक ट्रैक्टर ट्रॉली के रूप में तैयार किए गए मंच से किसानों को संबोधित किया। उन्होंने राजस्थानी साफा (पगड़ी) पहनकर रैली को संबोधित करते हुए कहा, 'तीन कृषि कानूनों के कार्यान्वयन से किसानों के साथ-साथ स्ट्रीट वेंडर, छोटे व्यापारियों और अन्य श्रमिकों को आर्थिक नुकसान होगा। मोदी जी कहते हैं कि वह किसानों से बात करना चाहते हैं। लेकिन वह किस बारे में बात करना चाहते हैं? उन्हें पहले कानूनों को वापस लेना चाहिए और देश के सभी किसानों से बात करनी चाहिए। आप किसानों के घरों को लूट रहे हैं और छीनने की कोशिश कर रहे हैं। उनके अधिकार को ‘हम दो हमारे दो’ को दिया जा रहा है।” आपको बता दें एआईसीसी के महासचिव अजय माकन और पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट भी इस रैली में शामिल थे। वहीं बाद में, वह अजमेर में मकराना गए जहाँ उन्होंने कहा, “कोविड-19 महामारी के समय में लोगों ने मोदी से रेल और बस का टिकट मांगा। हालांकि, मोदी ने एक रुपया भी नहीं दिया। लेकिन इसी समय, उन्होंने अपने उद्योगपति मित्रों का 1,50,000 करोड़ रुपये का कर्ज माफ कर दिया।” MP: 9 महीने बाद 15 फरवरी से खुलेगा ग्वालियर का चिड़ियाघर मौत से पहले राजीव कपूर का हुआ था ये हाल, भाई रणधीर ने किया बड़ा खुलासा ग्राहकों के लिए बड़ी खबर: iPhone 12 पर मिल रही शानदार छूट