जयपुर : राजस्थान में सचिन पायलट अपने राजनीतिक जमीन को और मजबूत करने के लिए जुट गये हैं. प्रदेश में अशोक गहलोत गवर्नमेंट के विरुद्ध बागी तेवर और उसके बाद सियासी बवंडर के खत्म होने के बाद सचिन पायलट ने 2 दिन पहले अपने बर्थडे पर पहला संकेत दिया कि प्रदेश की राजनीति में उनका वजूद बना रहेगा. कोरोना संक्रमण के बीच पायलट समर्थकों ने पूरे प्रदेश में आयोजन कर एक तरह से ताकत का प्रदर्शन किया. लेकिन सचिन पायलट ने बीमारी के बीच किसी प्रकार के सार्वजनिक आयोजन नहीं करने की अपील पहले ही कर दी थी. इसके बाद सचिन समर्थकों ने पूरे प्रदेश में बर्थडे पर ब्लड डोनेशन का अभियान चलाया गया है. पायलट कैंप का यह दावा रहा हैं कि पूरे प्रदेश से साठ हजार से ज्यादा लोगों ने इस रक्त दान अभियान में हिस्सा लिया. इनकी तरफ से दावा किया गया कि आज तक पूरे प्रदेश के इतिहास में किसी नेता के जन्म दिन पर इस प्रकार के इतने लोगों ने रक्तदान नहीं किया होगा. जानकारों का बोलना है कि इस प्रकार से यह प्रदेश की जनता और पार्टी को अपनी ताकत का अहसास कराया सचिन पायलट ने. सूत्रों के मुताबिक पायलट समर्थक उनकी अहमियत को बताने का कोई अवसर नहीं छोड़ रहे हैं. सचिन पायलट बीते कुछ दिनों से प्रदेश के अलग-अलग भागों का दौरा भी कर रहे हैं. सचिन पायलट के नजदीकियों का यह दावा है कि जनता तक यह संदेश जा रहा है कि उन्होंने प्रदेश के हित में स्टैंड लिया था और पार्टी ने उनकी बातों को माना है. NCR में शामिल हो सकती है मथुरा, भाजपा सांसद हेमा मालिनी ने की मांग किसानों की आमदनी को लेकर गहलोत सरकार ने लिया बड़ा फैसला कोरोना महामारी को 'खुदा की सजा' बताने वाले यूक्रेन के पादरी हुए संक्रमित