पणजी : गोमांस पर चल रही बहस में अब साध्‍वी सरस्‍वती विवादस्पद बयान आया है. उन्होंने कहा कि जो व्यक्ति स्‍टेटस सिंबल के लिए पशुओं का वध करता है और गोमांस खाता है, उसे बीच चौराहे पर फांसी दे देनी चाहिए. उन्होंने यह विचार गोवा में आयोजित चार दिवसीय ऑल इंडिया हिंदू कंवेंशन के उद्घाटन सत्र में व्यक्त किये. गौरतलब है कि मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा निवासी साध्वी सरस्वती ने पांच साल की उम्र से राम कथा का वाचन करना शुरू कर दिया था. उन्हें एक कट्टर हिंदू के रूप में जाना जाता है, लेकिन इस बार वो प्रवचन नहीं, बल्कि बीफ को लेकर सुर्खियों में हैं. साध्‍वी सरस्‍वती ने गोवा में मोदी सरकार से अपील की कि जो लोग स्‍टेटस सिंबल के लिए अपनी मां समान गाय का मांस खाते हैं ऐसे लोगों को बीच चौराहे पर सभी के सामने फांसी देनी चाहिए. यही नहींउन्होंने सेक्युलर लोगों पर निशाना साधते हुए कहा कि जो लोग यह मुखौटा पहनकर एजेंडा चला रहे हैं पहले उन्हें निशाने पर लेने की जरूरत है. बता दें कि कांग्रेस ने साध्‍वी सरस्‍वती के बयान को आपत्तिजनक और घृणास्पद बताते हुए कार्रवाई करने की मांग की है. अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सचिव गिरीश चोडणकर ने मनोहर पर्रीकर की सरकार की चुप्पी पर सवाल उठाया है.भाषण के दौरान सांप्रदायिक नफरत को उकसाने वाले बयान देने पर भी सरकार कोई कार्रवाई नहीं कर रही है. यह भी देखें यूपी में गोहत्या और गो तस्करी पर लगेगा रासुका और गैंगस्टर एक्ट राजस्थान : गौरक्षकों की गुंडागर्दी, मवेशियों से भरे ट्रक ड्राइवरों को पीट-पीटकर कर दिया अधमरा