सहारनपुर : जातीय संघर्ष की आग की भेंट चढ़ा सहारनपुर अब भी सुलग रहा है. अफवाहों का बाजार गर्म है. इस कारण बिगड़ते माहौल को नियंत्रित करने के लिए जिला प्रशासन ने सहारनपुर में मोबाइल इंटरनेट और मैसेजिंग सर्विसेज पर रोक लगा दी है. यही नहीं कानून व्यवस्था बनाए रखने में असफल रहे सहारनपुर के डीएम एनपी सिंह और एसएसपी सुभाष चंद्र दुबे को शाम को सस्पेंड कर दिया गया. वहीं डिवीज़नल कमिश्नर और डीआईजी का भी तबादला कर दिया गया. सरकारी प्रवक्ता के अनुसार एसएसपी सुभाष चंद्र दुबे और जिलाधिकारी एनपी सिंह को हटाया गया है, जबकि मंडलायुक्त एमपी अग्रवाल और पुलिस उप महानिरीक्षक (डीआईजी) जेके शाही का भी तबादला किया गया है. हालाँकि इन्हे हटाने का आधिकारिक कारण नहीं बताया गया है, लेकिन कहा जा रहा है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सहारनपुर के हालात को नियंत्रित नहीं कर पाने को लेकर नाराजगी जताने के बाद इन अधिकारियों को हटाया गया. उल्लेखनीय है कि तीन हफ़्तों में चौथी बार हुई हिंसा से इलाके में काफी तनाव है, बड़ी संख्या में सुरक्षा बल तैनात किये गए है. प्रशासन के आला अधिकारी मौक़े पर कैंप कर रहे हैं. इस बीच मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ट्वीट कर सहारनपुर की घटना को दुखद और दुर्भाग्यपूर्ण बताया है. घटना के लिए दोषी व्यक्तियों को चिन्हित कर उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई करने की भी बात कही जा रही है. उधर,मंगलवार को मल्हीपुर रोड पर हुई हिंसा में मारे गये आशीष के परिजनों को राज्य सरकार ने 15 लाख और घायलों को 50-50 हजार रुपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है. यह भी देखें सहारनपुर हिंसा के बाद हो रही राजनीति, BJP आरएसएस को बताया जवाबदार मायावती पर लगे आरोप, राजनीति के लिए बिगाड़ दी फिज़ा