मंगलवार को माघ मेला क्षेत्र स्थित विश्व हिंदू परिषद (विहिप) के शिविर में आयोजित संत सम्मेलन में संतों ने राम मंदिर के साथ ही अखंड भारत के निर्माण का भी संकल्प लिया. पड़ोसी देश पाकिस्तान को मंच से चेतावनी भी दी. कहा गया कि पीओके लेकर ही रहेंगे, पाकिस्तान अब सिंध और बलूचिस्तान को बचाए. सम्मेलन में मंदिर निर्माण की जिम्मेदारी श्रीराम जन्मभूमि न्यास को सौंपने, विहिप के मॉडल पर ही मंदिर निर्माण की मांग जोर-शोर से उठी. चीन में बढ़ता जा रहा है रहस्यमयी बीमारी का साया, अब तक 6 लोगों ने अपनी जान को गवाया आपकी जानकारी के लिए बता दे कि संत सम्मेलन की शुरुआत तीन बजे भगवान राम के चित्र के सामने मंत्रोच्चार और शंखनाद के बीच दीप प्रज्ज्वलन से हुई. विश्व हिंदू परिषद के कार्यवाहक अध्यक्ष आलोक कुमार ने सम्मेलन की प्रस्तावना प्रस्तुत की. साथ ही सोमवार को विहिप के केंद्रीय मार्गदर्शक मंडल में पारित प्रस्तावों को भी रखा. सम्मेलन में संतों ने एक स्वर से कहा कि नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) देशहित में है. इसका जो विरोध कर रहे हैं वे देशद्रोही हैं. विरोधी जहां की भाषा बोल रहे हैैं, वहां चले जाएं, वरना उनके खिलाफ देशद्रोह का केस दर्ज कराए जाएं. सीरिया और रूस के मध्य संघर्ष विराम करार टूटा, फिर दागी मिसाइलें धर्मांतरण पर सम्मेलन में बड़ी रणनीति तय की गई. परिवार संस्कार को लेकर देश भर में जागरूकता कार्यक्रम चलाने और राष्ट्रीय जनसंख्या नीति बनाए जाने की भी वकालत की गई. सम्मेलन की अध्यक्षता न्यास के अध्यक्ष महंत नृत्यगोपाल दास ने की. संचालन विहिप के उपाध्यक्ष तथा केंद्रीय मार्गदर्शक मंडल के संयोजक जीवेश्वर मिश्र और केंद्रीय संत संपर्क प्रमुख अशोक तिवारी ने किया. ट्रम्प का बड़ा बयान, कहा- 'फिर करना चाहते है कश्मीर की मदद'... 1912 में डूबा था यह जहाज, अब अमेरिका और ब्रिटेन के बीच संरक्षण को लेकर हुआ समझौता पाकिस्तान के हाल और बिगड़े, आटे और दाल के भाव बढ़े