संत समाज ने भारत में शरण लेकर रह रहे लगभग डेढ़ करोड़ हिंदुओं को भारतीयता प्रदान करने के लिए नागरिकता दिलाने का मन बनाया है. जिसके तहत संतों ने एक अहम सम्मेलन में चर्चा की, मंगलवार को संगम तट पर हुए संत सम्मेलन में इसकी घोषणा की गई. देश के शीर्ष संतों ने नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) का समर्थन करते हुए हिंदू शरणार्थियों को नागरिकता दिलाने की विशेष योजना तैयार की है. PMC बैंक घोटाला: हाई कोर्ट ने RBI को भेजा नोटिस, सुनवाई में रखना होगी अपनी दलील हिंदू शरणार्थियों की सहूलियत के लिए संत समागम में नया रोड मैप बनाया गया है. जिसके तहत हिंदू शरणार्थियों को मठ-मंदिरों, आश्रमों व पीठों में नागरिकता देने वाले काउंटर खोले जाएंगे. संत और उनके शिष्य नागरिकता प्रदान करने की कमान संभालेंगे. विहिप के कार्यवाहक अध्यक्ष आलोक कुमार ने कहा कि इसके लिए हर जिले में संतों की टोली गठित की जाएगी, जो शरणार्थियों की तलाश करेगी. टोली में शामिल संत और विहिप कार्यकर्ता शरणार्थियों के घर-घर जाएंगे. उनके कागजात तैयार कराएंगे और फिर उनका आवेदन केंद्र सरकार को भेजा जाएगा. गृह मंत्री अमित शाह ने विपक्ष के नेताओं को एक साथ घेरा, कहा-वोट बैंक के लोभी... इस मामले को लेकर उन्होंने कहा कि देश भर में फैले संतों के शिष्यों को नागरिकता दिलाने के काम में लगाया जाएगा. यह प्रक्रिया संत समाज जल्द शुरू कराएगा. लगभग दो माह तक यह अभियान चलाया जाएगा. खासतौर पर उन राज्यों में तेजी से अभियान चलेगा, जहां की सरकारों ने यह एलान किया है कि वे इस कानून को नहीं मानेंगी. नवजोत सिद्धू को इस पार्टी से मिला नेतृत्व करने का ऑफर, शिअद ने कहा-अपना नाम कर 'ठोको ताली दल'... राम मंदिर निर्माण की संपूर्ण जानकारी के लिए केंद्र ने मांगा जवाब दिल्ली विधानसभा चुनाव: बदल गया इतिहास, पहली बार रिकॉर्ड तोड़ नामांकन