मुंबई: महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों का प्रचार अभियान अपने अंतिम दौर में पहुंच चुका है। 20 नवंबर को राज्य में वोटिंग होगी। इस बीच, भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के नेताओं ने अपने प्रचार अभियान में बार-बार "वोट जिहाद" का मुद्दा उठाया। उन्होंने मुस्लिम वोटों के एकजुट होने का मुकाबला हिंदू वोटरों से "धर्म युद्ध" के रूप में करने की अपील की। इसी बीच इस्लामिक विद्वान मौलाना खलील-उर-रहमान सज्जाद नोमानी ने राज्य के मतदाताओं से महा विकास अघाड़ी (एमवीए) गठबंधन के उम्मीदवारों का समर्थन करने की अपील की। उन्होंने एक सूची जारी की, जिसमें धर्मनिरपेक्षता को मजबूत करने के उद्देश्य से वोट करने का अनुरोध किया गया। यह सूची सामने आते ही सियासी विवाद खड़ा हो गया। बीजेपी नेताओं, खासकर डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस और किरीट सौमेया ने नोमानी पर "वोट बैंक" की राजनीति करने और आचार संहिता का उल्लंघन करने का आरोप लगाया। सौमेया ने इस मामले में चुनाव आयोग से शिकायत की और इसे "नफरत फैलाने वाला भाषण" करार दिया। मौलाना खलील-उर-रहमान सज्जाद नोमानी लखनऊ के रहने वाले हैं। वे प्रसिद्ध इस्लामिक विद्वान मौलाना मंजूर नोमानी के बेटे हैं। उन्होंने अपनी धार्मिक शिक्षा दारुल उलूम देवबंद और सऊदी अरब की मदीना यूनिवर्सिटी से हासिल की। मौलाना ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड (AIMPLB) के प्रवक्ता भी हैं और लंबे समय से मुस्लिम समुदाय में राजनीतिक एकजुटता की वकालत करते रहे हैं। नोमानी के बयानों को लेकर विवाद नया नहीं है। 2023 में उन्होंने कहा था कि लड़कियों को अकेले स्कूल या कॉलेज न भेजें, जिसे लेकर उनकी तीखी आलोचना हुई थी। बीजेपी नेताओं ने नोमानी की अपील को "वोट जिहाद" बताया। डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि मौलाना का वीडियो ध्रुवीकरण को बढ़ावा देता है। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस और उसके सहयोगी दल हार के डर से समाज को बांटने वाले विचार आगे ला रहे हैं। मौलाना ने अपने ऊपर लगे आरोपों को खारिज किया। उन्होंने कहा कि उनकी सूची में 288 उम्मीदवारों में से 23 को छोड़कर बाकी सभी हिंदू हैं। उन्होंने पूछा कि क्या हिंदुओं को वोट देने की अपील करना "वोट जिहाद" है? महाराष्ट्र में इस घटनाक्रम ने चुनावी माहौल को और गरमा दिया है। धर्म, ध्रुवीकरण, और राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप के बीच राज्य के मतदाता अब 20 नवंबर को अपने प्रतिनिधि चुनने के लिए तैयार हैं। दिल्ली चुनाव से पहले भाजपा को झटका, AAP में शामिल हुए पूर्व विधयक अनिल झा दिल्ली के बाद हरियाणा में भी दमघोंटू हुई हवा, कई जिलों में स्कूल बंद मुझपर पड़ी एक-एक लाठी, अंग्रेज़ों के ताबूत में आखिरी कील साबित होगी- लाला लाजपत राय