नई दिल्ली: भारतीय कुश्ती संघ (WFI) के पूर्व अध्यक्ष और भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ लगभग एक महीने से धरना दे रहे पहलवान बजरंग पूनिया, साक्षी मलिक और विनेश फोगाट रेलवे में अपनी नौकरी पर वापस लौट गए हैं. हालांकि, साक्षी मलिक ने पहलवानों के आंदोलन से पीछे हटने की खबर से साफ इनकार किया है. साक्षी का कहना है कि मैं प्रदर्शन के साथ-साथ रेलवे में अपनी जिम्मेदारी को साथ निभा रही हूं. दरअसल, कुछ रिपोर्ट्स में ऐसी खबरें सामने आई थीं कि साक्षी मलिक पहलवानों के आंदोलन से पीछे हट गई हैं. हालांकि, साक्षी मलिक ने इन खबरों को गलत करार दिया है. उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा है कि 'इंसाफ की लड़ाई में हम में से कोई न पीछे हटा है और न हटेगा. इंसाफ मिलने तक हमारी लड़ाई जारी रहेगी.' बता दें कि, इससे पहले साक्षी मलिक के पति सत्यव्रत कादियान ने भी आंदोलन से पीछे हटने की खबरों को फर्जी बताया था. दरअसल, विनेश फोगाट, साक्षी मलिक और बजरंग पूनिया की अगुवाई में कुछ पहलवानों ने बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ मोर्चा खोल रखा था. ये पहलवान 23 अप्रैल से जंतर मंतर पर धरना प्रदर्शन कर रहे थे. पहलवानों ने बृजभूषण शरण पर यौन उत्पीड़न के इल्जाम लगाए थे. जिसके बाद दिल्ली पुलिस ने बृजभूषण सिंह के खिलाफ दो FIR दर्ज की थी, पहली FIR नाबालिग द्वारा लगाए गए आरोपों से जुड़ी हुई है. इसमें पॉक्सो एक्ट के तहत केस दर्ज किया गया है. वहीं, दूसरी FIR अन्य पहलवानों द्वारा लगाए गए यौन उत्पीड़न के आरोपों से जुड़ी है. इन मामलों में दिल्ली पुलिस देश के विभिन्न राज्यों में जांच कर रही है. जेल में ही कटेगी 'मुख़्तार अंसारी' की पूरी जिंदगी, अवधेश राय हत्याकांड में कोर्ट ने सुनाई उम्रकैद विदेश से आए लोगों ने बनाया आधुनिक भारत, गांधी-नेहरू, आंबेडकर-बोस सब NRI थे - अमेरिका में बोले राहुल गांधी पीएम मोदी ने दी जन्मदिन की बधाई, तो सीएम योगी आदित्यनाथ ने यूँ जताया आभार