नई दिल्ली: देश में आयकर का भुगतान करने के लिए सरकार की तरफ से लगातार जागरूकता अभियान चलाया जाता है और इसके लिए लोगों को तरह तरह की स्कीमों के तहत टेक्स जमा करने के लिए बाध्य किया जाता है। देश में प्राय: सभी लोग आयकर जमा करते हैं, जिसमें मध्यम वर्गीय लोगों द्वारा तय समय सीमा में टेक्स जमा किया जाता है। भारत के सफल बिजनेसमेनों में से एक है ये उद्योगपति हाल में आयकर विभाग द्वारा जारी रिपोर्ट में सामने आया है कि देश में मौजूद करीब 8.6 लाख डॉक्टरों में से आधे से भी कम ने इनकम टैक्स का भुगतान किया है। इसके अलावा यदि हम चार्टर्ड अकाउंटेंट की बात करें तो दूसरों को आयकर जमा करने में मदद करने वाले इन चार्टर्ड अकाउंटेंटस में तीन में से महज एक सीए ही आयकर जमा करता है। वहीं आयकर विभाग की तरफ से जारी एक रिपोर्ट के अनुसार सैलरी पर काम करने वाले लोगों और प्रोफेशनल्स और कारोबारियों के आयकर जमा करने में काफी बड़ा अंतर अभी भी बना हुआ है। तीन बैंकों के विलय से उपभोक्ताओं पर ये होगा असर गौरतलब है कि देश में आयकर विभाग द्वारा सभी लोगों के लिए इनकम टेक्स में बराबर छूट दी जाती है, वहीं सीबीडीटी अध्यक्ष का कहना है कि कराधान और कर संग्रह से जुड़ी संस्थाओं ने बीते सालों में जो कानूनी, सूचनात्मक प्रचार-प्रसार अभियान से संबंधित और दबावकारी कदम उठाए हैं, उनके नतीजे में यह बढ़त दर्ज हो रही है। खबरें और भी अगर आप भारतीय स्टेट बैंक के ग्राहक हैं तो पढ़िए बैंक के इस ई मेल को व्यपार में तरक्की के लिए जरूर अपनाए यह वास्तु टिप्स अगर आप विस्तारा एयरलाइंस से सफर करने जा रहे हैं तो पहले पढ़ ले ये खबर