ग्वालियर: बांग्लादेश की मूल निवासी सलमा बानो नामक महिला ने ग्वालियर में मीनू सक्सेना के नाम से रहने के लिए फर्जी दस्तावेज तैयार किए थे। दरअसल, सलमा को सेवानिवृत्त वन रेंजर प्रेमनारायण सक्सेना नामक बुजुर्ग व्यक्ति की देखभाल के लिए उनके बेटों ने काम पर रखा था। प्रेमनारायण के नाम का इस्तेमाल कर सलमा ने फर्जी आधार और पैन कार्ड तथा अन्य दस्तावेज हासिल किए। बुजुर्ग व्यक्ति की मौत के बाद उसने फर्जी वसीयत बनाई और किराए के गुंडों की मदद से उनकी 2.5 करोड़ रुपये की संपत्ति हड़प ली। सलमा बानो ने खुद को उनकी पत्नी बताकर उनके बैंक खातों में सेंध भी लगाई। धोखाधड़ी का खुलासा तब हुआ जब सलमा ने संपत्ति ट्रांसफर करने के लिए आवेदन किया और प्रेमनारायण के बेटों को इसकी जानकारी दी। इसके बाद उन्होंने ग्वालियर में FIR दर्ज कराई। बहोड़ापुर पुलिस अब सलमा की तलाश कर रही है। इस बीच, पीड़ित परिवार मुरैना में जमीन वापस लेने की कोशिश कर रहा है। प्रेमनारायण के बेटे दीपक सक्सेना ने बताया कि सलमा, जो पहले बांग्लादेश में मजदूरी करती थी, को उसके पिता की देखभाल के लिए रखा गया था, क्योंकि वह और उसका भाई दोनों ही कहीं और रहते थे। अपनी स्थिति का फायदा उठाते हुए, सलमा ने प्रेमनारायण की पत्नी मीनू सक्सेना की पहचान बनाने के लिए फर्जी दस्तावेज बनाए और पीएनबी, यूनियन बैंक और अन्य बैंकों में उनके बैंक खातों तक पहुँच बनाई। प्रेमनारायण की मृत्यु के बाद, सलमा ने जाली वसीयत पेश करके मुरैना में उनकी 15 बीघा ज़मीन को हस्तांतरित करने का प्रयास किया। दीपक ने ग्वालियर आकर जब जांच की, तो उसे सलमा की धोखाधड़ी का पता चला। पता चला कि सलमा के पास दो पैन कार्ड और तीन आधार कार्ड सहित कई फर्जी दस्तावेज थे, जिसमें उसने खुद को अलग-अलग दस्तावेजों में प्रेमनारायण की पत्नी और बेटी दोनों के रूप में दर्शाया था। भंडाफोड़ होने के बाद, सलमा अपना सामान लेकर भाग गई और गुंडों की मदद से मुरैना में ज़मीन पर कब्ज़ा कर लिया। जब दीपक ने उनका विरोध किया, तो गुंडों ने हिंसा का सहारा लिया। बहोड़ापुर पुलिस ने तब से एक प्राथमिकी दर्ज की है और सलमा का पीछा कर रही है। केरल के कुरान शिक्षक अब्दुल जब्बार को कोर्ट ने सुनाई 56 साल की सजा, हैरान कर देगा ये मामला 'मुझे घर जमाई बना लो', ससुर से बोला दामाद, इंकार करने पर कर दिया ये हाल पोते के लिए हैवान बना ससुर, बहू का कर दिया ये हाल