लखनऊ। समाजवादी पार्टी मेें अंर्तकलह का दौर है। यह विवाद भारत निर्वाचन आयोग तक पहुंच गया। ऐसे में चुनाव आयोग ने दोनों ही पक्षों को सपा का चुनाव चिन्ह साइकिल देने से मना कर दिया मगर अब दोनों ही पक्ष चुनाव आयोग से मांग कर रहे हैं कि असली सपा वे हैं और उन्हें साइकिल का चुनाव चिन्ह दिया जाए। मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के समर्थन वाले पक्ष के प्रमुख नेता रामगोपाल यादव ने अपना पक्ष रखा। रामगोपाल यादव ने कहा कि चुनाव आयोग ने उन्हें 9 जनवारी का समय दिया था लेकिन इसके पूर्व ही हमने आवश्यक दस्तावेज सौंप दिए हैं। रामगोपाल यादव करीब 7 बक्सों में डेढ़ लाख से भी अधिक पन्ने रखकर लाए थे। ये दस्तावेज उन्होंने चुनाव आयोग को दे दिए हैं। उन्होंने कहा है कि 229 एमएलए उनके पास हैं। इतना ही नहीं 24 सांसदों में से करीब 15 सांसदों के हस्ताक्षर हैं। दूसरी ओर दूसरे पक्ष के प्रमुख मुलायम सिंह यादव ने भी अपने घर पर नेताओं से भेंट की। अमर सिंह, शिवपाल यादव ने उनसे भेंट की। हालांकि सपा का विवाद सुलझाने में करीब 6 माह का समय लग सकता है ऐसे में चुनाव आयोग दोनों ही पक्षों को अस्थायी चुनाव चिन्ह दे देगा। तब तक साइकिल को फ्रीज किया जा सकता है। प्रवीण कुमार हुए समाजवादी पार्टी में शामिल मुस्लिमो ने ही सूबे में समाजवादी पार्टी की सरकार बनी :मुलायम सिंह