अलीगढ़: कर्नाटक से शुरू हुआ हिजाब विवाद अब धीरे-धीरे देश के दूसरे राज्यों में भी फैलता जा रहा है. कई हिस्सों में धरना-प्रदर्शन का सिलसिला भी शुरू हो गया है. महाराष्ट्र के मालेगांव में हिजाब डे मनाया गया, तो वहीं जयपुर ग्रामीण के चाकसू इलाके में एक कॉलेज में यूनिफॉर्म में आने के लिए कहा गया, तो बुर्का पहनी छात्राओं ने बवाल मचा कर दिया. आज पंजाब के लुधियाना में भी मुस्लिम महिलाओं का हिजाब मार्च निकालने की घोषणा की है. इसी बीच समाजवादी पार्टी (सपा) की अलीगढ़ महानगर अध्यक्ष रुबीना खानम ने कर्नाटक हिजाब मामले पर आपत्तिजनक बयान दिया है. रुबीना ने कहा है कि हिजाब पर हाथ डालने वालों का हाथ काट देंगे. भारत विविधताओं का देश है, यहां माथे का तिलक हो या पगड़ी. घूंघट हो या हिजाब. यह सब हमारी संस्कृति और परंपराओं का अभिन्न अंग है. इन पर सियासत करना नीचता की पराकाष्ठा है. उन्होंने कहा कि मैं उनको बता देना चाहती हूं कि महिलाओं को कमजोर समझने की भूल न करें. सरकार चाहे किसी भी पार्टी की हो. यदि बहन-बेटियों के आत्मसम्मान पर हाथ डालेंगे, तो हम झांसी की रानी और रजिया सुल्तान बनकर उनके हाथ काट डालेंगे. बता दें कि हिजाब विवाद की शुरुआत कर्नाटक के उडुपी जिले से हुई थी. यहां हिजाब/बुर्का पहनी हुई छात्राओं की क्लास में एंट्री का कुछ छात्रों ने विरोध किया और वो भगवा गमछा पहनकर कॉलेज आने लगे. इसके बाद ये मामला उडुपी के दूसरे स्कूल-कॉलेजों में भी फैल गया. अभी यह मुद्दा कर्नाटक हाई कोर्ट में विचाराधीन है. सीएम गहलोत बोले- अधिकारियों की वजह से कांग्रेस हार गई थी 2013 का विधानसभा चुनाव 'लोकतंत्र के लिए गैस चैम्बर बना बंगाल, खतरे में हिन्दू..', सुवेंदु अधिकारी का दावा शशि थरूर को केंद्रीय मंत्री अठावले ने सिखाई इंग्लिश, बताया क्या होती है Budget की स्पेलिंग