लखनऊ: जिस निषाद पार्टी के साथ समझौता कर समाजवादी पार्टी (सपा) ने गोरखपुर लोकसभा उपचुनाव में जीत दर्ज की थी, आज उसी निषाद पार्टी और सपा का गठबंधन उत्तर प्रदेश में टूट गया है. कल जहाँ निषाद पार्टी के अध्यक्ष संजय निषाद ने यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ से भेंट की और अखिलेश-माया पर उपेक्षा करने का आरोप लगाया, वहीं शनिवार 30 मार्च को सपा ने गोरखपुर से सपा के ही वर्तमान सांसद प्रवीण निषाद का टिकट काटते हुए, रामभुआल निषाद को उम्मीदवार बनाया है. उल्लेखनीय है कि प्रवीण निषाद पार्टी के अध्यक्ष संजय निषाद के पुत्र हैं और 2017 में उन्होंने सपा के टिकट पर सीएम योगी के गृह जनपद गोरखपुर में जीत हासिल की थी. सपा ने आज एक साथ दो निषाद बिरादरी के उम्मीदवारों का ऐलान किया है. गोरखपुर से सपा ने रामभुआल निषाद को अपना उम्मीदवार बनाया है. तो, वहीं कानपुर लोकसभा सीट से रामकुमार को प्रत्याशी बनाया गया है. रामकुमार भी निषाद जाति से आते हैं और इनके भाई पहले सांसद भी रह चुके हैं. रामभुआल निषाद, सपा संरक्षक मुलायम सरकार में मंत्री पद पर भी रह चुके हैं और गोरखपुर के बड़े निषाद नेता के रूप में जाने जाते हैं. सूत्रों ने बताया है कि निषाद पार्टी यूपी में अब भाजपा से गठबंधन कर रही है और भाजपा निषाद पार्टी को यूपी की 2 लोकसभा सीट दे सकती है. भाजपा के दिग्गज नेताओं से शुक्रवार को संजय निषाद की वार्तालाप फिक्स हो चुकी है और अब केवल औपचारिक ऐलान ही बाकी है. खबरें और भी:- लोकसभा चुनाव: अमित शाह ने खोला राज, आखिर क्यों लड़ना चाहते हैं चुनाव लोकसभा चुनाव : फिरोजाबाद सीट से शिवपाल ने दाखिल किया नामांकन लोकसभा चुनाव: प्रियंका का ये कैसा यूपी दौरा, कार्यकर्ताओं के साथ उड़ाई नियमों की धज्जियाँ