मुंबई: एनसीबी के जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े (Sameer Wankhede) ने एक बार फिर से अपने बेबाक बयान से सभी का ध्यान अपनी तरफ खींच लिया है। जी दरअसल उन्होंने हाल ही में पूर्व मुख्यमंत्री और विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष देवेंद्र फडणवीस (Devendra Fadnavis) के खिलाफ लगाए गए एनसीपी नेता और मंत्री नवाब मलिक (Nawab Malik) के आरोपों का खंडन किया है। क्या कहा था नवाब मलिक ने- जी दरअसल बीते दिनों नवाब मलिक ने यह आरोप लगाया था कि 'अक्टूबर 2017 को मुंबई के बांद्रा कुर्ला कॉम्प्लेक्स में DRI ने छापा मारकर 14 करोड़ 56 लाख रुपए के जाली नोट बरामद किए थे। उस समय समीर वानखेड़े के पास यह मामला था। इस पूरे मामले को दबाने के लिए देवेंद्र फडणवीस ने समीर वानखेड़े की मदद ली थी। उस समय हाजी अराफात शेख के भाई का मामला दबाया। उसके बाद 14 करोड़ की रकम 8 लाख 80 हजार दिखाई गई और कुछ ही दिनों में आरोपी को जमानत मिल गई। यह केस NIA को सौंपा जाना चाहिए था, लेकिन ऐसा नहीं किया गया।' केवल यही नहीं बल्कि नवाब मलिक ने यह भी कहा था कि 'ऐसे आरोपी के भाई हाजी अराफात शेख को देवेंद्र फडणवीस ने दल बदल करवा कर माइनॉरिटी कमीशन का चेयरमैन बनाया।' क्या जवाब दिया समीर वानखेड़े ने- नवाब मलिक के आरोपों पर जवाब देते हुए समीर वानखेड़े ने कहा, 'DRI ने जो जाली नोट जब्त किए थे वे 14 करोड़ 56 लाख मूल्य के नहीं बल्कि 10 लाख रुपए के बराबर मूल्य के थे। इस मामले में तीन लोगों को अरेस्ट किया गया था। डीआरआई ने इस केस को लेकर एनआईए से संपर्क भी किया था। एनआईए ने ही इस केस को नहीं लिया।' जी दरअसल नवाब मलिक ने बीते दिनों यह आरोप लगाया था कि देवेंद्र फडणवीस के कार्यकाल में उनके संरक्षण में राज्य में जाली नोटों का धंधा फल-फूल रहा था। कविता कौशिक ने कटवाए बाल, वजह जानकर करेंगे तारीफ रेगिस्तान में जाह्नवी कपूर ने लगाई आग, तस्वीरें देख फैंस हुए दंग जब शिक्षक दिवस है तो फिर शिक्षा दिवस अलग क्यों ? जानिए किसको समर्पित है ये दिन