नई दिल्ली : भारत-पाकिस्तान मित्रता को दर्शाने वाली समझौता एक्सप्रेस ट्रेन रविवार को बहाल कर दी गई। नौ कोच वाली ट्रेन में महज 12 यात्री पाकिस्तान के लिए रवाना हुए। पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन से यह ट्रेन सप्ताह में दो दिन रवाना होती है। रेलवे सूत्रों के अनुसार पाकिस्तान के लिए रवाना हुई इस ट्रेन में रविवार को सिर्फ पाकिस्तान मूल के निवासी ही थे। पीएम मोदी ने दिया अमेठी को नया नाम कम रहती है यात्री संख्या सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार 12 यात्रियों के लिए करीब 25 रेलवे कर्मचारियों का ग्रुप अटारी तक रवाना हुआ। यात्रियों के नहीं मिलने की स्थिति में यह ट्रेन घाटे में ही चलती है। नौ कोच वाली इस ट्रेन ज्यादातर समय खाली ही जाती है। सुरक्षा को ध्यान में रख सभी यात्रियों को एक ही कोच से सफर कराया जाता है। इसी के साथ बता दें दिल्ली-लाहौर सद्भावना बस सेवा में यात्रियों की संख्या सामान्य से कुछ कम रहती थी। अब पिछले छह महीनों में यात्रियों की संख्या काफी कम हो गई। पीएम मोदी ने बुलाई राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद की बैठक, कई मुद्दों पर हुई चर्चा जल्द बंद हो सकती है सद्भावना प्राप्त जानकारी के अनुसार भारत और पाकिस्तान के बीच बेहतर रिश्ते कायम करने के लिए शुरू की गई दिल्ली-लाहौर सद्भावना बस सेवा बंद हो सकती है। पर्याप्त राजस्व न जुटा पाने के चलते इस बस सेवा का भविष्य पहले से ही ज्यादा बेहतर नहीं था। अब पुलवामा में हमले के बाद से स्थिति और प्रभावित हुई है। यात्रियों के अभाव और घाटे का हवाला देते हुए डीटीसी ने सेवा बंद करने के लिए केंद्र सरकार को प्रस्ताव दिया है। गुड़ फैक्ट्री में गन्ना पेराई करते समय मशीन में फंसा मजदूर का हाथ, मौत यूपी में हुए सड़क हादसों में महिला कांवड़ यात्री समेत दो की मौत होली पर यात्रियों की सुविधा के लिए रेलवे चलाएगा स्पेशल ट्रेनें