कोविड-19 की जांच के लिए राज्य सरकार ने सैंपलिंग का लक्ष्य तो बढ़ा दिया लेकिन उनके टेस्ट के लिए इंतजाम का दायरा नहीं बढ़ाया गया। अभी भी लोगों के सैंपल 2-से 3 दिन तक लैब में ही पड़े रहते हैं। उसका खामियाजा लोगों को झेलना पड़ रहा है। हालात ये हो गए कि लोगों की रिपोर्ट अब 4 दिन उपरंत आने लगी है। उसी कारण न उनका वक़्त पर उपचार शुरू हो पाता और न उनको समय रहते क्वारंटाइन किया जा रहा। नतीजा, कोरोना के केस और मौत का आंकड़ा निरंतर बढ़ रहा है। वीरवार को एक ही दिन में कोविड मरीजों की संख्या चार सौ पार कर गई। निरंतर दूसरे दिन 11 लोगों की जान चली गई। सेहत विभाग के मुताबिक 7 शिक्षकों व सात पुलिसकर्मियों सहित 413 लोग संक्रमित मिले है। एक CPIM का नेता, 2 निजी चिकित्सक व दो निजी बैंक मुलाजिम भी संक्रमित हैं। फिल्लौर से 13, शाहकोट से 15, बस्ती बावा खेल व सेना का हॉस्पिटल से 9-9, जालंधर छावनी से आठ, रामामंडी क्षेत्र से 11, माडल टाउन क्षेत्र से 10, अर्बन एस्टेट, आदमपुर, अवतार नगर तथा मिट्ठापुर से 7-7, पेंशेट केयर और गुरु नानकपुरा से 6-6, न्यू जवाहर नगर, गुरु नानक पुरा, भार्गव कैंप, लाजपतनगर और आदर्श नगर से 4-4 लोग कोविड पाजिटिव मिले है। सेहत मंत्रालय के नोडल अफसर डा. टीपी सिंह ने कहा- लोगों के सहयोग से मरीजों की बढ़ी संख्या पर अंकुश लगाना संभव है। वीरवार को 5422 के सैंपल लेकर जांच के लिए भेजे गए। 130 लोग स्वस्थ भी हुए। रविवार को आए केस: बच्चे 16, महिलाएं 164, पुरुष 233, कोरोना अब तक: कुल संक्रमित : 27369 अब तक स्वस्थ : 23650 एक्टिव केस : 2859 कुल मौतें: 860 काशी विश्वनाथ-ज्ञानवापी मस्जिद मामले में बहस जारी, अब 2 अप्रैल को सुनवाई महाराष्ट्र में 35 हजार को पार कर गया कोरोना का आंकड़ा, मुंबई में मिले 5504 नए मामले भंवरी देवी हत्याकांड: मलखान सिंह, परसराम और इन्द्रा बिश्नोई की अंतरिम जमानत मंजूर