सियोल. दक्षिण कोरिया की दिग्गज मोबाइल निर्माता कंपनी और दुनिया की सबसे बड़ी मोबाइल फोन और चिप बनाने वाली कंपनी सैमसंग ने लम्बे विवाद के बाद कबूल कर ही लिया है कि उसकी लापरवाही और सुरक्षा नीतियों में चूक की वजह से ही उसके सैकड़ों कर्मचारियों को कैंसर जैसी भयानक बीमारी हुई थी. इसके लिए कंपनी ने अब उन कर्मचारियों और उनके परिवारों से माफ़ी मांगते हुए उन्हें भारी मुआवजा देने की भी घोषणा की है. चावल के निर्यात को बढ़ावा देने के लिए अब सब्सिडी देगी केंद्र सरकार दरअसल यह मामला 1984 का है और इसका खुलासा पहली बार 2007 में हुआ था. इस दौरान यह बात सामने आई थी कि सैमसंग के डिस्प्ले और सेमीकंडक्टर कारखाने में काम करने वाले तक़रीबन 240 कर्मचारी अचानक से एक साथ ही बीमार पड़ने लगे. इसके कुछ समय बाद जाँच में पाया गया कि यह इन सभी कर्मचारियों को तो कैंसर नामक गंभीर बीमारी ने जकड़ लिया है. इसके बाद इन कर्मचारियों और उनके परिवारों ने सैमसंग के खिलाफ आरोप लगाए कि कंपनी ने सुरक्षा नीतियों में लापरवाही बरती थी और इसी वजह से सभी कर्मचारियों को यह गंभीर बीमारी हो गई. विदेशों से कमाई घर भेजने के मामले में भारतीय सबसे आगे इस मामले में कुछ दिनों पहले ही कुछ जांच एजेंसियों ने इस बात की पुष्टि की थी कि कंपनी के इस कारखाने में स्वास्थ्य जोखिमों का ठीक से प्रबंधन नहीं किया गया था और इस वजह से खतरनाक रेडिएशन्स की चपेट में आने की वजह से सैमसंग के 240 कर्मचारियों को कैंसर से जूझना पड़ा. इनमे से करीब 80 की तो इस बीमारी की वजह से मौत भी हो गई है. अब कंपनी ने इस मामले में माफ़ी मांगते हुए हर पीड़ित कर्मचारी या उसके परिजनों को 94 लाख रूपए का मुआवजा देने की घोषणा की है. ख़बरें और भी शेयर बाजार : बाजार के लिए निराशाजनक साबित हुआ यह हफ्ता, जानिए 7 दिनों के आकड़ें सुस्त मांग के चलते सोना फिर हुआ सस्ता बड़ी खबर, BSE सेंसेक्स के इंडेक्स से बाहर होंगे अदानी पोर्ट्स और विप्रो