नई दिल्ली: तीन कृषि कानूनों की वापसी और अन्य मुद्दों पर पिछले एक साल से दिल्ली की सीमाओं पर आंदोलन कर रहे संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) ने आज यानी रविवार को हुई बैठक के बाद बयान दिया। इस बयान में उन्होंने कहा, 'प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक खुला पत्र लिखा जाएगा, जिसमें बाकी मुद्दों को उठाया जाएगा।' जी दरअसल आज ही किसान नेता बलवीर सिंह राजेवाल ने एक बयान देते हुए कहा, 'अभी आंदोलन पहले की तरह जारी रहेगा। 27 नवंबर को संयुक्त किसान मोर्चा की अगली बैठक होगी, जिसमें आगे की रणनीति पर चर्चा की जाएगी।' इसी के साथ उन्होंने कहा, 'प्रधानमंत्री मोदी ने कृषि कानूनों को वापस लिए जाने की जो घोषणा की, उस पर बैठक में चर्चा हुई।' आगे उन्होंने कहा, “एसकेएम की तरफ से जो पहले से कार्यक्रम थे, वो जारी रहेंगे। 22 नवंबर को लखनऊ में किसान महापंचायत होगा। 26 नवंबर पर सभी बॉर्डर पर किसान बड़ी संख्या में जुटेंगे। 29 नवंबर का जो संसद मार्च है, वो अभी वैसे ही रहेगा।” इसी के साथ उन्होंने यह भी कहा कि, 'अगर सरकार बुलाएगी, तो हम चर्चा के लिए जाएंगे। 27 नवंबर तक जो हालात बनेंगे, उसके अनुसार फैसला लिया जाएगा। कृषि कानूनों को वापस लेने की घोषणा सही कदम है, हम इसका स्वागत करते हैं, लेकिन अभी काफी कुछ बाकी है।' क्या कहा था प्रधानमंत्री मोदी ने- जी दरअसल बीते शुक्रवार को प्रधानमंत्री मोदी ने कहा था, 'साथियों हमारी सरकार किसानों के कल्याण के लिए देश के कृषि जगत के हित में, गांव, गरीब के हित में पूर्ण समर्थन भाव से, नेक नियत से ये कानून लेकर आई थी। लेकिन इतनी पवित्र बात पूर्ण रूप से किसानों के हित की बात हम कुछ किसानों को समझा नहीं पाए। शायद हमारी तपस्या में कमी रही। भले ही किसानों का एक वर्ग इसका विरोध कर रहा था। हमने बातचीत का प्रयास किया। ये मामला सुप्रीम कोर्ट में भी गया। हमने कृषि कानूनों को वापस लेने का फैसला किया।' रोमांटिक अंदाज में आदित्य सील ने गर्लफ्रेंड अनुष्का को पहनाई अंगूठी, वीडियो वायरल सरकार के ऐलान पर नहीं हुआ अभी कोई फैसला, 27 नवंबर तक टली किसान संगठनों की बैठक टीवी की इस हसीना की तस्वीरों ने उड़ाए होश, देखकर यूजर्स बोले- काइली जेनर की बहन...