मेरठ : अपने विवादस्पद बयानों से अक्सर चर्चा में रहने वाले मेरठ जिले के सरधना से विधायक संगीत सोम ने हाल ही में ताज महल विरोधी एक बयान दिया था. इस बयान की चौतरफा आलोचना होने पर अब संगीत सोम ने अपनी सफाई में कहा कि उन्होंने ताज महल नहीं, बल्कि मुगलों के इतिहास को मिटाने की बात कही थी. उल्लेखनीय है कि सोम नेसिसौली गांव में आठवीं सदी के राजा अनंगपाल सिंह तोमर की मूर्ति के उद्घाटन के मौके पर कहा कि आक्रमणकारियों के इतिहास को भारत में बढ़ा चढ़ा कर बताया गया. उन्होंने मुगल काल को कलंक कथा और इतिहास का काला धब्बा बताया. सोम ने कहा कि जिसने ताजमहल बनवाया था, उसने अपने पिता को कैद कर लिया था. वह हिंदुओं को खत्म करना चाहता था, अगर यही इतिहास है, तो यह बहुत दुःखद है, और हम यह इतिहास बदल देंगे. सरकार ऐसे लोगों का इतिहास मिटाने का प्रयास कर रही है. बता दें कि सोम के बयान की आलोचना के बाद सफाई देते हुए सोम ने कहा कि वह ताज महल का नहीं, बल्कि वह मुगलों का विरोध करते हैं, जिन्होंने इसे बनवाया. उधर, बीजेपी के प्रवक्ता नलिन कोहली ने इसे सोम की निजी राय बताया, वहीँ एक अन्य प्रवक्ता जी.वी.एल. नरसिम्ह राव ने खुलासा किया कि खास स्मारकों पर पार्टी का कोई दृष्टिकोण नहीं है, पार्टी सदस्य जो भी राय चाहें, रख सकते हैं. यह भी देखें ताज़ महल की उपेक्षा बनी अंतर राष्ट्रीय अखबारों की सुर्खियां आजम खान ने ताजमहल को बताया गुलामी की निशानी