सानिया मिर्जा और मैट पाविच की इंडिया और क्रोएशिया के खिलाड़ियों की जोड़ी रविवार को विंबलडन के मिश्रित युगल वर्ग के क्वार्टर फाइनल में पहुंच गई। सानिया और पाविच की छठी रैंकिंग प्राप्त जोड़ी को दूसरे दौर के मैच में इवान डोडिग और लतीशा चान की जोड़ी से वॉकओवर भी दिया गया है। सानिया और पाविच ने शुरुआती दौर में स्पेन के डेविड वेगा हर्नांडेज और जॉर्जिया की नतेला जालामिइजे की जोड़ी को 6-4, 3-6, 7-6 से मात दी थी। क्वार्टर फाइनल में इस जोड़ी के सामने ब्रूनो सोरेस और बीट्रिज हद्दाद मैया की ब्राजीलियाई जोड़ी या जॉन पीयर और गैब्रिएला डाब्रोवस्की की ऑस्ट्रेलियाई-कनाडाई जोड़ी होने वाली है। सानिया पहले ही एलान कर चुकी है कि यह उनके करियर का अंतिम सत्र है। महिला युगल में वह चेक गणराज्य की जोड़ीदार लूसी हरडेका के साथ शुरुआती दौर में हार गई है। मीडिया रिपोर्ट्स का कहना है कि कुछ समय पहले यह भी पता चला है कि इस जीत के साथ सानिया-इवान की जोड़ी फ्रेंच ओपन के दूसरे राउंड में आ चुकी है। महेश भूपति के साथ 2012 में रौलां गैरो जीतने वाली सानिया इस क्ले-कोर्ट ग्रैंड स्लैम में अंतिम बार खेलती हुई दिखाई दे रही है। उन्होंने इस टेनिस सीजन के उपरांत सन्यास लेने का एलान कर दिया है। उल्लेखनीय है कि भारत की टेनिस स्टार 26 मई को अपनी चेकोस्लोवाकिया की साथी लुसी ह्राडेका के साथ पहले राउंड में इटली की जासमीन पाओलिनी और माटिर्नी ट्रेविसान का सामना करती हुई दिखाई देने वाली है। इसके पहले भी ख़बरें थी कि सानिया मिर्जा (Sania Mirza) टेनिस से संन्यास लेने वाली हैं। उनका कहना है कि साल 2022 का सीजन उनके लिए अंतिम है। सानिया मिर्जा ने ऑस्ट्रेलियन ओपन में शिकस्त मिलने के बाद यह बात कही है। सानिया और यूक्रेन की उनकी जोड़ीदार नादिया किचनोक को ऑस्ट्रेलियन ओपन के पहले ही राउंड में करारी शिकस्त झेलनी पड़ी है। उन्हें स्लोवानिया की तमारा जिदानसेक और काजा जुवान की जोड़ी ने एक घंटे 37 मिनट चले मुकाबले में 4-6, 6-7(5) से मात दी। हालांकि सानिया अभी इस ग्रैंडस्लैम के मिक्स्ड डबल्स में अमेरिका के राजीव राम के साथ भाग लेंगी। सानिया मिर्जा ने कहा कि, ‘मैंने फैसला लिया है कि यह मेरा अंतिम सीजन होगा। मैं एक-एक हफ्ते खेल रही हूं। पता नहीं है कि मैं पूरे सीजन तक खेल पाऊंगी या नहीं। मगर मैं चाहती हूं कि पूरे सीजन तक रहूं।’ बता दें कि सानिया भारत की सबसे सफल महिला टेनिस प्लेयर हैं। वह महिला युगल की रैंकिंग में शीर्ष तक पहुंच चुकी हैं। उन्होंने अपने करियर में छह ग्रैंडस्लैम खिताब जीते हैं। इनमें से तीन खिताब उन्हें महिला युगल और तीन मिश्रित युगल में मिले हैं। महिला हॉकी विश्व कप में इंगलैंड से होगा भारत का पहला मुकाबला 2008 के बाद पहली बार ओलिम्पिक में पहुंची अमेरिका की टीम सुपर लीग क्लब से जुड़ी स्टार फारवर्ड डांगमेई