मुंबई: महाराष्ट्र में राजनीतिक संकट जारी है। सीएम उद्धव ठाकरे के बयान के बाद आज एकनाथ शिंदे की तरफ से ट्वीट कर विधायकों ने कहा कि शिवसेना के MLA वर्षा बंगले नहीं जा पा रहे थे। इसका जवाब अब संजय राउत ने मीडिया से चर्चा करते हुए दिया है, उन्होंने कहा कि मुझे नहीं पता कि एकनाथ शिंदे के मन में क्या है, जो फैसले होते थे, उसमें एकनाथ शिंदे भी सम्मिलित थे। वो पार्टी में हमारे बराबरी के साथी थे, पार्टी में हमारे साथ काम करते थे। अब ये बहाना कि शिवसेना के MLA वर्षा में नहीं आते थे। पहले कोरोना काल में बंदिश होती थी एक वर्ष तक, बाद में उद्धव ठाकरे छह महीने तक बीमार हो गए। वही यदि सरकार की बात आप करते हैं तो मैं मानता हूं, यह अमानुषता है तथा आपको (एकनाथ शिंदे) इसलिए रखा था कि आप विधायकों से बात करें, उनकी दिक्कतों को सुलझाएं, इसलिए आपको बड़े बड़े पोर्टफोलियो दिए गए पार्टी में, मंत्रिमंडल में आपको ऐसा पद दिया था जिससे आप पार्टी के सभी विधायक, कार्यकर्ताओं को ठीक से संभाल सकें। सब काम हम नहीं कर सकते, उद्धव जी नहीं कर सकते, ज़िम्मेदारी होती है सबकी, जो ज़िम्मेदारी आपकी थी, वो आपने निभाने का प्रयास किया, मगर पार्टी में फूट भी डाल दी। पार्टी सबकी है तथा यह सबकी जिम्मेदारी है। जिसको जाना है, वो जा सकते हैं। कल उद्धव जी ने बोला है कि मैं भी कहता हूं, जिसको जाना है, वो जा सकते हैं, मगर फिर एक बार चुनाव में जीतकर आइए, यह जमीन शिवसेना और बालासाहब की है। आगे संजय राउत ने कहा कि कोई विधायक दल का एक गुट टूट गया, फूट गया, इसका मतलब पार्टी समाप्त हुई, ऐसा नहीं है। हम बार-बार एक Phoenix पक्षी की भांति ज़मीन से उठकर आसमान में उठ गए हैं। हमारे लिए यह संकट नया नहीं है, 56 वर्ष से संघर्ष करते आए हैं, क्या होगा? सत्ता जाएगी, पावर जाएगी, मंत्रिपद जाएंगे हमारे लोगों के। और क्या हो सकता है राजनीति में? आप ED CBI को हमारे पीछे लगाएंगे, वो हमें जेल में डालेंगे। उसके आगे क्या हो सकता है? आप हमको गोली मारेंगे और क्या हो सकता है? हम यह सब में से गुजर चुके हैं तथा हमें किसी चीज का डर नहीं है। वही भाजपा के साथ गठबंधन के सवाल पर राउत ने कहा कि आप जाइए भाजपा में, आप MERGE हो जाइए। हमारी पार्टी शिवसेना ही है। बालासाहेब ठाकरे के जमाने में भी बहुत लोग छोड़कर गए। पार्टी हमने बार-बार खड़ी की है, एक बार नहीं और सत्ता तक पहुंचाई है। यह मेरी और उद्धव जी की खुली चेतावनी है, फिर एक बार पार्टी खड़ी रहेगी। फिर एक बार सत्ता में आएंगे। राज्यसभा चुनावों में शिवसेना उम्मीदवार संजय पवार को हराए जाने के बयान पर वह बोले - सबको पता है कि क्या चल रहा है। यह जो सिलसिला चल रहा है। इससे पता चलता है कि क्या हुआ है, क्या नहीं हुआ। चंद्रकांत हंडोरे (कांग्रेस से MLC चुनाव के उम्मीदवार) को किसने हराया है। कौन चला बाहर। मैं तो इतना ही बोलूंगा कि अब भी मौका नहीं गया है। अभी भी आप संभल जाइए और फिर अपने घर वापस आइए। वही एकनाथ से बातचीत करने के सवाल पर उन्होंने कहा कि सभी हमारे दोस्त हैं, हमारे साथी हैं। इतने दोस्त बैठे हैं, हमारे वहां। कौन सी मजबूरी में चले गए पता नहीं, मगर पूरी पार्टी, महाराष्ट्र उद्धव ठाकरे के साथ और शिवसेना के साथ एकजुट के साथ खड़ा रहेगा। विधायक गए इसका मतलब यह नहीं कि पार्टी गई। उद्धव ठाकरे सीएम बने रहेंगे या नहीं वाले सवाल पर उन्होंने कहा- आने दो हमारे सभी विधायकों को फ्लोर ऑफ द हाउस पर। तब देख लेना। ये जो विधायक चले गए, उन्हें महाराष्ट्र में आना और घूमना बहुत मुश्किल होगा। जेपी नड्डा के घर के आगे आगज़नी करने वाले NSUI के 4 सदस्य गिरफ्तार 'ऐसे चुनाव से क्या फायदा..', रामपुर में जारी मतदान के बीच अब्दुल्ला आज़म ने लगाए गंभीर आरोप कैलाश विजयवर्गीय ने इस नेता को ठहराया महाराष्ट्र में मचे सियासी घमासान का जिम्मेदार