मुंबई: शिवसेना के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद संजय राउत ने कहा है कि कल (29 जून को) जब उद्धव ठाकरे ने CM पद से इस्तीफा दिया, तो हम सब भावुक हो गए। उन्होंने कहा कि उद्धव ठाकरे पर सभी को भरोसा है। उन्हें हर जाति और धर्म के लोगों का समर्थन प्राप्त है। सोनिया गांधी और शरद पवार को उन पर यकीन है। सांसद ने आगे कहा कि शिवसेना सत्ता के लिए पैदा नहीं हुई है, बल्कि सत्ता शिवसेना के लिए पैदा हुई है। यह शुरू से बालासाहेब ठाकरे का मंत्र रहा है। हम काम करेंगे और एक बार फिर अपने बलबूते सत्ता में आएंगे। बता दें कि, 2019 में शिवसेना ने भाजपा के साथ गठबंधन में विधानसभा का चुनाव लड़ा था और चुनाव जीतने के बाद सीएम की कुर्सी पाने के लिए गठबंधन तोड़ दिया था। इसके बाद इतिहास में पहली बार शिवसेना और कांग्रेस एक साथ आई थी, जिसमे NCP भी शामिल थी। सीएम पद के लिए शिवसेना ने भाजपा के साथ दशकों पुराना रिश्ता तोड़ लिया था और सोनिया गांधी तथा शरद पवार से हाथ मिला लिया था। लेकिन उद्धव के 2.5 वर्षों तक सत्ता संभालने के जब शिवसेना के विधायकों को लगा कि पार्टी, बाला साहेब ठाकरे के हिंदुत्व से भटक चुकी है, तो उन्होंने इस सरकार के खिलाफ बगावत कर दी। अपनी कुर्सी बचाने की तमाम कोशिशें करने के बाद भी अब उद्धव को इस्तीफा देना पड़ा है। बता दें कि महाराष्ट्र के सियासी संग्राम के बीच शिवसेना राज्य में दूसरे से 5वे नंबर की पार्टी बनकर रह गई है। दरअसल राज्य के विधानसभा चुनाव के जब परिणाम आए थे, तो शिवसेना भाजपा के बाद दूसरी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी। लेकिन, अब ढाई साल बाद शिवसेना के पास महज 16 MLA बचे हैं। दरअसल शिवसेना के 39 विधायकों ने अपना एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में अपना अलग गुट बना लिया है। ऐसे में सीएम पद से इस्तीफा देने के बाद उद्धव ठाकरे की शिवसेना पार्टी को मुख्य विरोधी नेता यानी विधानसभा का नेता प्रतिपक्ष पद भी नहीं मिल सकेगा। संख्या बल के हिसाब से देखें तो महाराष्ट्र विधानसभा में अब नेता प्रतिपक्ष की सीट NCP के पाले में जाएगी। उद्धव के इस्तीफे के बाद सरकार बनाने में जुटी भाजपा, गोवा पहुंचे शिंदे गुट के विधायक 6 अगस्त को देश को मिलेगा नया उपराष्ट्रपति, 10 को ख़त्म हो रहा वेंकैया नायडू का कार्यकाल 'मदरसों में पढ़ाया जाता है सिर कलम करना ..', उदयपुर की वीभत्स घटना पर बोले मोहम्मद आरिफ खान