मुंबई: शिवसेना के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद संजय राउत ने महाराष्ट्र कर्नाटर सीमा विवाद को लेकर कहा है कि केंद्र और महाराष्ट्र की सरकार इस पर ध्यान दे। राउत ने शनिवार को कहा कि, भाजपा और केंद्र सरकार, पश्चिम बंगाल में हिंसा की तो खूब बातें करते हैं कि वहां उनके कार्यकर्ताओं को टारगेट किया जा रहा है, किन्तु बेलगाम किसी को नहीं दिख रहा है। संजय राउत ने कहा कि बेलगाम में बीते आठ दिनों से लगातार मराठी बोलने वाले लोगों पर हमले हो रहे हैं। कोई भी उनकी बात नहीं कर रहा है। मैं सीएम उद्धव ठाकरे और डिप्टी सीएम अजित पवार से अपील करता हूं कि वो एक सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल के साथ बेलगाम जाएं और हमारे लोगों पर हो रहे इस हमले के मुद्दे को उठाएं। उल्लेखनीय है कि शुक्रवार को कर्नाटक रक्षा वेदिक कार्यकर्ताओं ने बेलगाम में मराठी भाषा में लिखे बोर्ड और होर्डिंग्स पर कालिख पोत दी थी और उनको उखाड़ दिया था। इसको लेकर कुछ जगहों से हिंसा होने की भी खबरें आई थीं। जिसके बाद शिवसेना ने इस पर सख्त एतराज जताया है। बता दें कि बेलगाम के मुद्दे लेकर कर्नाटक और महाराष्ट्र के बीच काफी समय से तकरार रही है, जो हाल के दिनों में फिर बढ़ती नज़र आ रही है। दरअसल, कर्नाटक और महाराष्ट्र राज्य की बॉर्डर पर स्थित बेलगाम पर अधिकार को लेकर दोनों राज्य काफी समय से दावा करते रहे हैं। बेलगाम कर्नाटक और महाराष्ट्र की बॉर्डर पर स्थित है, जहां मराठी भाषी बहुसंख्यक हैं। बेलगाम पर महाराष्ट्र अपना दावा इसी आधार पर करता रहा है कि यहां मराठी भाषी लोगों की बड़ी जनसँख्या रहती है, किन्तु यह बेलगाम जिला कर्नाटक के अंतर्गत आता है। ये विवाद दशकों पुराना है। आजादी के दौर से ही ये विवाद जारी है। सुप्रीम कोर्ट में भी ये मामला लंबित है। यहां 28 वर्षों बाद 'योग' पर से हटेगा प्रतिबंध, लेकिन मंत्रोच्चारण और नमस्ते कहने पर जारी रहेगा बैन 2 सप्ताह की बच्ची का 'खतना' करना चाह रही थीं दो महिलाएं, कोर्ट पहुंचा मामला क्या भाजपा की टिकट पर बंगाल में चुनाव लड़ेंगे मिथुन दा ? कैलाश विजयवर्गीय ने दिया जवाब