सबरीमाला विवाद: प्रदर्शनकारियों ने तृप्ति देसाई को एयरपोर्ट पर घेरा, क्षेत्र में धारा 144 लागू

कोच्ची: सबरीमाला मंदिर के दरवाजे आज फिर से 17 नवंबर को 64 दिनों के लिए खुलने जा रहे हैं. इस दौरान यहां वार्षिक पूजा 'मंडाला मक्काराविल्लाक्कू' होगी. इससे पहले सुप्रीम कोर्ट ने सभी उम्र की महिलाओं के मंदिर में प्रवेश को लेकर मंजूरी दे दी है लेकिन केरल में बड़ी संख्या में इसका विरोध हो रहा है, आरएसएस और भाजपा के कार्यकर्ताओं के अलावा सामान्य श्रद्धालु भी महिलाओं का रास्ता रोके खड़े हैं.

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केरल के मुख्यमंत्री पिनरायी विजयन का कहना है कि वो धार्मिक भावनाओं की इज्जत करते हैं लेकिन उनकी सरकार सुप्रीम कोर्ट के आदेश को मानने के लिए मजबूर है और उसे लागू करने की हरसंभव कोशिश करेगी. सामाजिक कार्यकर्ता तृप्ति देसाई ने केरल के मुख्यमंत्री को चिट्टी लिखकर सुरक्षा की मांग की है. ऐसे में जब वो 16 नवंबर की सुबह कोच्चि एयरपोर्ट पहुंची हैं तो उनका भारी विरोध हो रहा है और वो एयरपोर्ट से बाहर नहीं आ पा रही हैं. तजा ख़बरों के अनुसार केरल के निलक्कल, पांबा और सन्निधनम इलाकों में धारा-144 लगा दी गई है. एक जगह पर चार से ज्यादा लोगों के इकट्ठा होने पर गिरफ्तारी के आदेश दे दिए गए हैं.

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भूमाता ब्रिगेड की संस्थापक तृप्ति देसाई अपने साथियों के साथ कोच्चि इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर मौजूद हैं. विरोध प्रदर्शन कर रहे लोग उन्हें एयरपोर्ट से बाहर नहीं जाने दे रहे हैं, ऐसे में उन्होंने एयरपोर्ट में बैठकर ही नाश्ता किया है. इससे पहले तृप्ति देसाई ने दावा किया था कि वे सबरीमाला में प्रवेश जरूर करेंगी, लेकिन स्थानीय प्रदर्शनकारियों ने हवाई अड्डे को पूरी तरह घेर लिया है, जिससे वे बाहर नहीं निकल पा रही हैं.आपको बता दें कि एक रिपोर्ट से खुलासा हुआ है कि भूमाता ब्रिगेड की संस्थापक तृप्ति देसाई ने करीब तीन साल पहले ईसाई धर्म अपना लिया था, ये खबर सामने आने के बाद प्रदर्शनकारियों में और अधिक रोष भर आया है, उनका कहना है कि जब तृप्ति का हिन्दू धर्म से कोई लेना देना ही नहीं है तो वे यहां अपना बल प्रदर्शित कर क्या दिखाना चाहती हैं. ?

 

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