नई दिल्ली: गृह मंत्री अमित शाह ने राष्ट्रीय एकता दिवस के अवसर पर दिल्ली में आयोजित ‘एकता दौड़’ को हरी झंडी दिखाई। इस कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री मनसुख मंडाविया, हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर, केंद्रीय मंत्री नित्यानंद राय, और दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना भी उपस्थित थे। उनके साथ-साथ दिल्ली की बीजेपी सांसद बांसुरी स्वराज भी कार्यक्रम में शामिल हुईं। शाह ने बताया कि 31 अक्टूबर को दिवाली होने के कारण इस बार एकता दौड़ 29 अक्टूबर, धनतेरस के दिन आयोजित की गई है। इस कार्यक्रम में 8,000 से अधिक लोगों ने भाग लिया। गृह मंत्री अमित शाह ने उन्हें बधाई देते हुए कहा कि 2015 से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सरदार वल्लभभाई पटेल की याद में राष्ट्रीय एकता को मजबूत करने के लिए इस ‘एकता दौड़’ की शुरुआत की थी। उन्होंने बताया कि इस दौड़ का उद्देश्य देश की एकता और अखंडता को बनाए रखना है, और यह अब एक विकसित भारत के सपने को पूरा करने का भी संकल्प बन चुकी है। अमित शाह ने अपने संबोधन में भारत के इतिहास का उल्लेख करते हुए बताया कि आजादी के बाद 553 से अधिक रियासतों को एकजुट करना एक बड़ी चुनौती थी, जिसे सरदार पटेल ने अपनी मजबूत निर्णय शक्ति से सफलतापूर्वक पूरा किया। उन्होंने कहा कि सरदार पटेल की इसी एकता की नींव पर आज का भारत मजबूती से खड़ा है। शाह ने आगे कहा कि सरदार पटेल को लंबे समय तक उनके योगदान के लिए उचित सम्मान नहीं मिला, लेकिन प्रधानमंत्री मोदी ने गुजरात के केवड़िया में दुनिया की सबसे ऊंची प्रतिमा बनाकर सरदार पटेल को सम्मान दिया है। प्रधानमंत्री मोदी ने सरदार पटेल के विचारों और दृष्टिकोण को देश के विकास में शामिल किया और युवाओं को प्रेरित किया। आर्मी डॉग 'फैंटम' हुआ शहीद, आतंकियों से लोहा लेते वक़्त लगी गोलियां कोटा में कोटा लागू करेगी कर्नाटक सरकार, दलित आरक्षण बांटने के लिए कमिटी गठित दिवाली से पहले ही 'जहरीली' हो गई दिल्ली, कई इलाकों का AQI 300 के पार