देश की राजधानी दिल्ली को आगामी दिनों में एक बड़ी समस्या से गुजरना पड़ सकता हैं. ख़बरों की माने तो आने वाले दिनों में राजधानी दिल्ली अंधेरे में डूब सकती है, और इसके पीछे वजह पर्याप्त मात्रा में कोयला ना होना बताई जा रही हैं. हाल ही में आई खबर के मुताबिक़, प्लांट में केवल अगले 18 घंटों की बिजली के लिए ही कोयला बचा हुआ हैं. इस बात की जानकरी दिल्ली के मंत्री सतेंद्र जैन ने दी. प्राप्त मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस सम्बन्ध में केंद्र सरकार को भी जनकारी दी गई थी लेकिन केंद्र सरकार ने भी इसे लेकर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी. वहीं अब इसका सीधा खामियाजा दिल्ली के जनता को भुगतना पड़ सकता हैं. मंत्री सतेंद्र जैन ने कहा कि झज्‍जर/दादरी/बदरपुर पावर प्‍लांट में 2426 मेगावॉट दिल्‍ली के लिए आवंटित है. इन प्‍लांट में 15-20 दिन का कोयला होना चाहिए लेकिन एक दिन का कोयला भी नहीं है. सरकार ने जल्द ही इस समस्या का समाधान नही किया तो दिल्ली पर बिजली को लेकर घोर संकट छा सकता हैं. कोयले की बड़ी कमी के कारण उत्पादन की इकाई भी सुचारु रुप से संचालित नहीं हो पा रही हैं. कोयले की कमी के चलते महज 60 प्रतिशत बिजली उत्पादन कर रही है. इंदिरा-संजय की मौत की भविष्यवाणी करने वाले ज्योतिष ने अब राहुल-मोदी को लेकर की भविष्यवाणी नासिर उल मुल्क होंगे पाकिस्तान के कार्यकारी प्रधानमंत्री मोदी राज में ''पकौड़े'' वालों के ठेले उजड़े