रायपुर: कांग्रेस के अधिवेशन का आज आखिरी दिन है. इस दौरान पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने अंतिम दिन कार्यकर्ताओं को संबोधित किया. राहुल गांधी ने कहा कि भारत जोड़ो यात्रा से काफी कुछ सीखा. वर्षों का जो दर्द था, जैसे हमने उसके हाथ पकड़े, उसका दुःख दर्द समझ आया. राहुल ने आगे कहा कि केरल में जब मैं नाव में बैठा था, तो मेरे पैरों में भयंकर दर्द था. घमंड था, मैंने सोचा था 10-12 किमी चल लेता हूं, तो 20-25 किमी चलने में क्या समस्या होगा. हालाँकि, कांग्रेस अधिवेशन में भाषण के दौरान राहुल गांधी की जुबान फिसल गई. दरअसल, राहुल महात्मा गांधी के सत्याग्रह की बात कर रहे थे. इस दौरान उन्होंने कह दिया कि सत्याग्रह का मतलब होता है कि सत्ता का रास्ता कभी मत छोड़ो. हालांकि, इसके बाद उन्हें अपनी गलती का अहसास हुआ और उन्होंने फ़ौरन उन्होंने अपने वाक्य को सुधार लिया. उन्होंने कहा कि सत्याग्रह का मतलब होता है, सत्य के रास्ते में चलना. सत्य के लिए हठ करना. इस दौरान राहुल ने कहा कि पहले 10-15 दिन में मेरा अहंकार घमंड सब गायब हो गया. क्यूंकि भारत माता ने मुझे मैसेज दिया की तुम यदि निकले हो तो अपने दिल से अहंकार मिटाओ, अन्यथा मत चलो. राहुल गांधी ने कहा कि पहले किसान से मिलता था, तो मैं उससे अपना ज्ञान समझाने का प्रयास करता था. खेती को लेकर मनरेगा फ़र्टिलाइज़र को लेकर कहने का प्रयास करता था. धीरे-धीरे यह सब बंद हो गया. शांति सी आ गयी और मैं सन्नाटे को सुनने लगा. 'मैं 52 साल का हो गया, हमारे पास आज तक खुद का घर नहीं...', राहुल की बात सुनकर भावुक हुईं सोनिया गांधी 'मरे हुए लोगों से भी वोट डलवाओ, तभी मोदी-RSS को हरा सकेंगे..' कांग्रेस नेता का विवादित बयान, Video '2024 में देश से भाजपा का सफाया करना है..', महागठबंधन की रैली में बोले लालू यादव