सत्यपाल मलिक को बनाया जा सकता है जम्मू-कश्मीर और लद्दाख का पहला उपराज्यपाल

श्रीनगरः केंद्र सरकार ने बीते पांच अगस्त को जम्मू कश्मीर से धारा 370 को समाप्त कर दिया था। इसके साथ ही राज्य को दो केंद्र शासित प्रदेशों में विभाजित कर दिया। राज्यपाल के बजाय अब जम्मू कश्मीर और लद्दाख में उपराज्यपाल नियुक्त किए जांगेगे। जम्मू कश्मीर के पुनर्गठन की प्रक्रिया जारी है और 31 अक्टूबर का दिन करीब आ रहा है। अभी तक इन दोनों जगहों पर उपराज्यपाल कौन होंगे इसकी स्थिति स्पष्ट नहीं हुई है।

कयास लगाए जा रहेें कि केंद्र सरकार राज्यपाल सत्यपाल मलिक को ही दोनों नए केंद्र शासित राज्यों जम्मू कश्मीर और लद्दाख का लेफ्टिनेंट गर्वनर बनाए रखने की पक्ष में है। हालांकि, मलिक ने इस पर अभी तक अपनी सहमति नहीं दी है। अगर सब सही रहता है तो वह 31 अक्टूबर को जम्मू कश्मीर और लद्दाख के पहले उप राज्यपाल के तौर पर शपथ ग्रहण करेंगे। सूत्रों के मुताबिक, दोनों केंद्र शासित प्रदेशों के उपराज्यपाल का शपथ ग्रहण समारोह अलग-अलग होगा। लद्दाख के लेफ्टिनेंट गर्वनर को 31 अक्टूबर की सुबह लेह में शपथ दिलाई जाएगी जबकि जम्मू-कश्मीर के लेफ्टिनेंट गवर्नर को दोपहर में श्रीनगर में शपथ दिलायी जाएगी।

यदि राज्यपाल मलिक दोनों केंद्र शासित राज्यों की कमान संभालने को सहमत होते हैं तो वह पहले लेह में शपथ ग्रहण करेंगे और उसके बाद श्रीनगर में। उपराज्यपाल को भारतीय संविधान के प्रावधान के तहत ही जम्मू कश्मीर हाई कोर्ट की मुख्य न्यायाधीश गीता मित्तल ही शपथ दिलाएंगी। शपथ ग्रहण समारोह में केंद्रीय मंत्रियों और केंद्र सरकार के वरिष्ठ अधिकारियों के अलावा राज्य प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी और हाई कोर्ट के जज भी मौजूद रहेंगे।

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