नई दिल्ली: मनी लॉन्ड्रिंग मामले में बीते 1 साल से जेल में कैद दिल्ली के पूर्व मंत्री और आम आदमी पार्टी (AAP) के वरिष्ठ नेता सत्येंद्र जैन ने सर्वोच्च न्यायालय में गुहार लगाई है। दिल्ली की तिहाड़ जेल में बंद पूर्व जेल मंत्री सत्येंद्र जैन ने सुप्रीम कोर्ट में दिल्ली उच्च न्यायालय के फैसले को चुनौती दी है। बता दें कि, उच्च न्यायालय ने मनी लॉन्ड्रिंग केस में जमानत की मांग वाली AAP नेता की याचिका को खारिज कर दिया था। उल्लेखनीय है कि, केजरीवाल सरकार में मंत्री रहे सत्येंद्र जैन ने सुप्रीम कोर्ट में अर्जी ऐसे वक़्त में दाखिल की है, जब तिहाड़ में उनसे संबंधित एक नया विवाद सामने आया है। सत्येंद्र जैन की डिमांड के अनुसार, उनके सेल में दो कैदियों को भेजे जाने को लेकर सुपरिंटेंडेंट को कारण बताओ नोटिस थमाया गया है। बताया जा रहा है कि, जैन ने खुद ही अकेलापन की शिकायत करते हुए दो कैदियों को अपने सेल में शिफ्ट करने की मांग की थी, जिसको सुपरिंटेंडेंट ने नियम तोड़ते हुए पूरा किया। किन दो कैदियों को उनकी सेल में भेजना है, ये भी जैन ने ही सुपरिंटेंडेंट को बताया था। इससे पहले जैन का एक रेपिस्ट से जेल में मालिश करवाते हुए वीडियो वायरल हुआ था । बता दें कि, सत्येंद्र जैन के खिलाफ अगस्त 2017 में CBI ने प्रिवेंशन ऑफ करप्शन ऐक्ट के तहत मामला दर्ज किया। एक साल बाद जैन, उनकी पत्नी और चार सहयोगियों के खिलाफ कोर्ट में चार्जशीट दाखिल की गई। मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपों की पड़ताल करते हुए प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने सत्येंद्र जैन की पांच कंपनियों से जुड़ी 44।81 करोड़ रुपए की संपत्ति जब्त की। जैन को ED ने 30 मई 2022 को अरेस्ट किया था। तब से उन्होंने कई बार जमानत के लिए अदालतों का दरवाजा खटखटाया है, मगर हर बार उन्हें निराशा ही हाथ लगी है। दरअसल, ED के सवालों से बचने के लिए जैन खुद यह कह चुके हैं कि, मेरी याददाश्त चली गई है और मुझे कुछ याद नहीं। उनका ये बयान भी जमानत मिलने में बाधा बन रहा है। 'पर्ची पर जेनेरिक दवाएं लिखो, वरना सख्त कार्रवाई होगी..', डॉक्टरों को केंद्र सरकार का सख्त आदेश, आम जनता को मिलेगा फायदा साइबर खतरों में बढ़ोतरी पर राजनाथ सिंह ने जताई चिंता, बोले- प्रौद्योगिकी को उन्नत करना जरूरी कर्नाटक: 'कांग्रेस के सभी विधायक छोड़ गए थे, लेकिन मैंने...', क्या कुर्सी की रेस में शामिल हुए डीके शिवकुमार ?