रियाद : महिलाओं पर अपने कानूनों में नरमी लाते हुए अब सऊदी अरब में महिलाओं को ड्राइविंग करने की इजाजत दे दी है. मगर ये सिर्फ महिलाओं के उत्थान के नजरिये से और उन्हें समान अधिकार दिए जाने के नजरिये से ही ऐतिहासिक निर्णय नहीं है बल्कि ये देश को अरबों डॉलर का आर्थिक सहयोग देने वाला कदम भी है. किंग सलमान के बेटे मोहम्मद बिन सलमान द्वारा लगातार सुधारों के कदम में देश की अर्थव्यवस्था को बखूबी शामिल किया है. ब्लूमबर्ग इकनॉमिक्स के अध्ययन में कहा गया है कि इस फैसले से 2030 तक सऊदी 90 अरब डॉलर से ज्यादा कमा सकता है जबकि सऊदी अरबियन ऑयल कॉर्पोरेशन के 5 प्रतिशत के शेयर बेचने से सऊदी अरब को करीब 100 अरब डॉलर की कमाई होगी. दुबई में रहने वाले और ब्लूमबर्ग में मध्य पूर्व के चीफ अर्थशास्त्री के रूप में काम करने वाले जियाद दाऊद ने इस पर बताया, 'ड्राइविंग से बैन हटाने पर नौकरी करने वाली महिलाओं की संख्या में वृद्धि के आसार हैं, इससे पेशेवरों की संख्या बढ़ेंगी और यह कुल आय में वृद्धि करेगा.' इसे अब सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान के अब तक के सबसे बड़े सामाजिक सुधारों में गिना जा रहा है. दाऊद बताते हैं कि अगर हर साल देश में महिलाओं के रोजगार से जुड़ने का आंकड़ा एक प्रतिशत भी रहता है तो यह लेबर मार्केट में हर साल 70,000 और महिलाओं को जोड़ेगा. महिलाओं की भागीदारी आर्थिक विकास दर में 0.9 प्रतिशत का योगदान देगी. वही ओपेक देशों की बैठक में हिस्सा लेने वियना गए ऊर्जा मंत्री खालिद अल-फालिह ने कहा कि बैन हटाने का मतलब है कि महिलाएं और अधिक सशक्त होंगी. नौकरी के क्षेत्र में उनकी भागीदारी और बढ़ेगी, ऐसे में मुझे लगता है कि यह फैसला देश में महिलाओं के रोजगार को बढ़ाने में योगदान देगा. सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान की नीतियों और खास कर इस फैसले की फ़िलहाल चारों और तारीफ की जा रही है . सऊदी अरब जीत के साथ फीफा विश्व कप से विदा क्राउन प्रिंस के विजन से दुनिया की ओर करवट लेता सऊदी अरब इस देश की महिलाएं बोली, हमें अब मर्दों की जरूरत नहीं