वाशिंगटन: अमेरिकी सीनेट सऊदी अरब और संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) को बेचे जाने वाले हथियारों पर रोक लगवाने में नाकाम रहा है. सीनेट हथियार बिक्री को रोकने संबंधी तीन प्रस्तावों पर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के वीटो को रद्द कराने में कामयाब नहीं हो सका. सीनेटरों की तरफ से हथियार बिक्री को रोकने के लिए कांग्रेस के दोनों सदनों में प्रस्ताव पास कराया गया था. इसके बाद ट्रंप ने प्रस्तावों को ख़ारिज करने के लिए अपने राष्ट्रपति वीटो का इस्तेमाल किया था. यमन में ईरान-सहयोगी हौथी विद्रोहियों द्वारा सऊदी पत्रकार जमाल खशोगी की हत्या किए जाने के बाद सऊदी के नेतृत्व वाले सैन्य अभियान से मानवीय संकट उत्पन्न हो गया था. इसी का हवाला देते हुए अमेरिकी कांग्रेस ने सऊदी अरब और यूएई के लिए लंबित हथियारों की बिक्री पर रोक लगा दी थी. किन्तु ट्रम्प के मुताबिक, हथियारों की बिक्री को रोकना अमेरिका की अंतरराष्ट्रीय प्रतिस्पर्धा को कमजोर करेगा और सहयोगियों के साथ संबंधों को क्षति पहुंचाएगा. अमेरिकी मीडिया ने जानकारी देते हुए बताया है कि सीनेटरों ने वीटो ख़ारिज करने के लिए 45-40, 45-39 और 46-41 वोट दिए, जो कि दो तिहाई बहुमत से कम थे. आपको बता दें कि वाशिंगटन के 2018 में परमाणु समझौते से हटने के बाद अमेरिका और ईरान के बीच तनाव गहरा गया है. पाकिस्तान: भीषण बारिश ने कराची में मचाई तबाही, बिजली गिरने से मरे 8 लोग अफ्रीकी देश मोजाम्बिक के पीएम से मिले रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह रावलपिंडी में गिरा पाकिस्तानी सेना का विमान, 15 लोगों की मौत कई घायल