नई दिल्लीः सऊदी अरब की तेल कंपनी सऊदी अरामको पर हुए ड्रोन हमले के बाद विश्व भर में कच्चे तेल की आपूर्ति पर असर पड़ा है। जिससे उसकी कीमतें बढ़ने लगी हैं। भारत में भी इसका असर दिख रहा है। पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने सऊदी अरब के पेट्रोलियम मंत्री वली अहद (क्राउन प्रिंस) अब्दुलअजीज बिन सलमान से इस मुद्दे को लेकर फोन पर बात की। जिसमें सऊदी अरब की ओर से आश्वासन दिया गया कि भारत को तेल की आपूर्ति प्रभावित नहीं होगी। साथ ही सऊदी अरब ने कहा कि वह अपने कच्चे तेल के संयंत्रों में उत्पादन ड्रोन हमले के पहले के स्तर पर लाने का प्रयास कर रहा है। सऊदी अरब के कच्चे तेल के संयंत्रों पर बड़े हमले के बाद उसका रोजाना का उत्पादन 50 लाख बैरल कम हो गया है। इंडियन आयल कॉरपोरेशन (आईओसी) के चेयरमैन संजीव सिंह ने कहा, 'उन्होंने भरोसा दिलाया है कि भारत को आपूर्ति की सभी प्रतिबद्धताओं को पूरा किया जाएगा। ज्ञात हो कि सऊदी अरब भारत का दूसरा सबसे बड़ा तेल आपूर्तिकर्ता है। सऊदी हर महीने भारत को 20 लाख टन कच्चा तेल बेचता है। सितंबर में 12 से 13 लाख टन तेल पहले ही आ चुका है। बची आपूर्ति भी जल्द आने की उम्मीद है। सिंह ने कहा कि सऊदी अरब हालांकि कुछ एलपीजी आपूर्ति को अभी टालना चाहता है, लेकिन उसने आश्वासन दिया है कि आपूर्ति में इस कमी की भरपाई की जाएगी। सिंह ने कहा कि इसमें किसी कमी की भरपाई कतर से की जाएगी। भारत हर महीने सऊदी अरब से दो लाख टन एलपीजी खरीदता है। गौरतलब है कि हमले के बाद लगातार देश में तेल की कीमतों में बढ़ोतरी हो रही है। यह कंपनी भारत को बना सकती है अपना एक्सपोर्ट हब, कंपनी ने बनाई यह योजना भारत-अमेरिका के द्विपक्षीय व्यापार पर अमेरिका में भारत के राजदूत हर्षवर्द्धन ने दिया यह बयान देश में मोबाइल बैंकिंग के जरिए ट्रांजेक्शन में हुई बढ़ोतरी, पढ़े रिपोर्ट