अबुधाबी: सऊदी अरब अपने कट्टर नियमों और खौफनाक सजाओं के लिए जाना जाता रहा है। इसकी मुख्य वजह वहां के कड़े कानून हैं, जिनके चलते किसी भी स्थिति में आरोपी को बख्शा नहीं जाता है। हालांकि, बीते कुछ समय से सऊदी अरब में दी जाने वाली कड़ी सजाओं में थोड़ी नरमी अवश्य देखी गई थी, मगर अब एक बार फिर ऐसी खबर सामने आई है, जो किसी भी इंसान की रूह कंपाने के लिए पर्याप्त है। दरअसल, सऊदी अरब में 10 दिनों के भीतर 12 लोगों को मौत की सजा देते हुए, उनका सिर कलम कर दिया गया है। इनमें कई लोगों की गर्दन को तलवार से काटा गया। जाहिर तौर पर आज के वक़्त में इस प्रकार की सजा के बारे में सोचना भी भयावह है। मगर, आधुनिक तरक्की से लिपटा हुआ सऊदी अरब अपनी पुरानी कुप्रथाओं से पीछा नहीं छुड़ा पा रहा है। रिपोर्ट के मुताबिक, सऊदी अरब में जिन 12 लोगों का सिर कलम कर दिया गया, वह ज्यादातर प्रवासी लोग हैं। जिनमें तीन पाकिस्तानी, चार सीरियाई और दो जॉर्डन के निवासी हैं। हालांकि, सजा पाने वालों में 3 सऊदी नागरिक भी शामिल हैं। सभी पर ड्रग्स संबंधित कानून के उल्लंघन का इल्जाम था, जिसके कारण इन्हें मौत की सजा सुनाई गई थी बता दें कि मार्च माह में सऊदी अरब सरकार द्वारा 81 लोगों को खौफनाक सजा-ए-मौत का फरमान सुनाया गया था। इन 81 लोगों में कई उग्रवादी संगठनों से संबंधित लोग भी थे। सऊदी अरब के मॉडर्न इतिहास में पहली बार इतनी बड़ी तादाद में लोगों को मौत की सजा सुनाई गई थी। वर्ष 2018 में सऊदी अरब सरकार ने इस प्रकार की सजा को घटाने का भी निर्णय लिया था। उस वक़्त ऐसी अटकलें थी कि सऊदी सरकार इस तरह की कड़ी सजा केवल उन लोगों को देगी, जिन पर किसी की हत्या या मारकाट का इल्जाम होगा। मोहम्मद बिन सलमान ने कहा था कि सऊदी सरकार विचार कर रही है कि किस प्रकार से मौत की सजा को कम से कम लोगों को दी जाए। हालांकि, ऐसा अधिक दिनों तक नहीं चला और लगभग दो वर्षों के बाद ही सऊदी अरब में इस तरह की भयावह सजाएं लोगों को दी जाने लगी हैं। जबकि सऊदी क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान लगातार सऊदी अरब की न्याय व्यवस्था में परिवर्तन की बात भी निरंतर करते रहे हैं। 162 जिंदगियां निगल गया भूकंप, 300 से अधिक जख्मी, लोग बोले- हे भगवान, दया करो.. यूक्रेन में तबाही मचा रहे रूस पर मंडराने लगा बड़ा संकट, अधिकारियों ने जारी की चेतावनी विनाशकारी भूकंप में 44 लोगों की मौत, 300 से अधिक घायल.., चारों तरफ तबाही