अदेन: न्यूज़ एजेंसी सीएनएन द्वारा जारी एक रिपोर्ट में कहा गया है कि इस महीने की शुरुआत में यमन में एक स्कूल बस पर सऊदी नेतृत्व वाली गठबंधन द्वारा किए गए हवाई हमले में इस्तेमाल किया गया हथियार अमेरिका द्वारा बनाया गया था. इस हमले में 51 लोगों की मौत हो गई थी, जिनमे 40 मासूम बच्चे भी शामिल थे, साथ ही 100 से अधिक लोग गया हो गए थे. इमरान की पार्टी से राष्ट्रपति उम्मीदवार घोषित, 4 सितम्बर को होंगे चुनाव भारत के लिए खुशखबरी, अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद का राईट हैंड मोती लंदन से गिरफ्तार रिपोर्ट में बम के बारे में बताते हुए कहा गया है कि यह 500 पौंड वजनी लेसर तकनीक वाला बम MK 82 बम अमेरिकी रक्षा विशेषज्ञ लॉकहीड मार्टिन द्वारा बनाया गया था. अमेरिकी विदेश विभाग और सऊदी अरब के बीच एक समझौते के तहत इस बम की आपूर्ति की गई थी. युद्ध विशेषज्ञों के हवाले से सीएनएन ने शुक्रवार को रिपोर्ट में कहा कि इस महीने हमले के तुरन्त बाद बम के टुकड़ों की तस्वीरें ली गई थी. हालाँकि अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा ने सऊदी अरब को इस बम को बेचने पर रोक लगा दी थी क्योंकि ऐसे ही एक बम का अक्टूबर 2016 में विद्रोहियों के कब्जे वाले क्षेत्र सना पर इस्तेमाल किया गया था. जिसमें 140 लोगों की मौत हो गई थी. लेकिन अमेरिका के वर्तमान राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने ओबामा द्वारा लगाए गए प्रतिबन्ध को हटा लिया था. खबरें और भी:- फिजी में महसूस हुए भूकंप के तेज झटके पीएम बनने के बाद इमरान को मांगनी पड़ी माफ़ी ट्रंप की 9.2 करोड़ डॉलर की सैन्य परेड को नहीं मिली रक्षा मंत्री की मंजूरी