नई दिल्ली: देश में कोरोना का कहर IPL पर भी जमकर बरपा और कुछ खिलाड़ियों के कोरोना पॉजिटिव होने के बाद टूर्नामेंट को रद्द करने का फैसला लिया गया। बता दें कि अप्रैल 2021 में IPL की शुरुआत हुई थी और उस वक़्त देश में कोरोना वायरस के केस तेजी से बढ़ रहे थे, हालांकि BCCI ने बायो बबल का हवाला देते हुए कोरोना से पूर्णतः सुरक्षित होने का दावा किया था। IPL की टीम मुंबई और चेन्नई में आराम से अपने मैच खेले, किन्तु जैसे टीम दिल्ली और अहमदाबाद पहुंची, कोरोना संक्रमण का खतरा बढ़ने लगा। आखिरकार कोरोना संक्रमण ने BCCI के बायो बबल सिस्टम को भी पछाड़ा और खिलाड़ी और सपोर्ट स्टाफ सहित कई लोग कोरोना से संक्रमित हो गए। इसके बाद BCCI ने IPL के 14वें सीजन को निरस्त करने का फैसला किया। कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच IPL का आयोजन करने के फैसले पर BCCI को काफी आलोचना का भी सामना करना पड़ा था। हाल ही में एक इंटरव्यू के दौरान BCCI चीफ सौरव गांगूली ने इस पर टिप्पणी करते हुए कहा कि आप ऐसा कह सकते हैं कि IPL को पहले ही निरस्त करना देना चाहिए था। गांगुली ने कहा कि मुंबई और चेन्नई में मैच खेलने के दौरान केस नहीं बढ़े, मगर जैसे ही टीम दिल्ली और अहमदाबाद पहुंची, कोरोना वायरस के केस तेजी से बढ़े। लेकिन IPL के साथ ऐसा नहीं किया जा सकता था, आप इसे सात दिन के लिए रोकते और उसके बाद ये खत्म हो जाता। सभी खिलाड़ी अपने घर लौट जाते और इसके बाद क्वारंटीन की प्रक्रिया आरंभ हो जाती। सीएसके ने तमिलनाडु के लिए 450 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर की खरीद की शमी ने कोहली को बताया लंगोटिया यार, कहा- उनके साथ चीज़ें आसान हो जाती हैं राजस्थान रॉयल्स के गेंदबाज़ चेतन सकारिया के पिता का कोरोना से निधन